चुनाव आयोग आज पंजाब विधानसभा चुनावों की कर सकता है घोषणा

चंडीगढ़, चुनाव आयोग पंजाब सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा आज कर सकता है। चुनावी घोषणा की तिथियों की सुबगुबाहट के साथ ही राज्य में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। पंजाब सरकार ने भी प्रशासन में व्यापक फेरबदल किया है। राज्य में आइएएस व पीसीएस सहित 32 अफसरों को इधर-उधर किया गया है। 

पंजाब में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम ने दिसंबर में राज्य का दौरा किया था और अफसरों के साथ बैठक की थी। इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडे शामिल थे। टीम ने अफसरों को सख्त दिशानिर्देश जारी करते हुए चुनावों को पारदर्शी तरीके से निपटाने के आदेश दिए थे। खास बात यह है कि इस बार पंजाब के सभी 24689 पोलिंग स्टेशनों पर वेब कास्टिंग होगी।

पंजाब के चुनाव अधिकारी डा. एस करुणा राजू इससे पहले राजनीतिक दलों के नुमाइंदों से बैठक कर चुके हैं। उनका कहना है कि यदि कोई शराब या पैसे से वोटरों को भ्रमित करने की कथित कोशिश करता है या वोट प्रक्रिया में विघ्न डालने या कोई अन्य ग़ैर-कानूनी गतिविधियां उनके ध्यान में आती हैं तो वह उनको या उनके कार्यालय को तुरंत सूचित करें। पंजाब चुनाव अधिकारी डा. राजू ने कहा कि वह गैर जमानती वारंट मामलों, पैरोल जंपर, शरातरी तत्वों और शकी नशा तस्करों की स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के डीसी, सीपीज/एसएसपीज और ईआरओज के साथ मीटिंगें कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में लाइसेंसशुदा हथियार जमा करवाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है। 

पिछले चुनाव में कांग्रेस ने जीती थी 77 सीटें

पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2017 में हुआ था। चुनाव परिणाम 11 मार्च 2017 को घोषित किए गए थे, जिसमें कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया। 117 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की। पहली आम आदमी पार्टी पिछले चुनावों में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी। आप ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि तब के सत्ताधारी दल शिअद को तीसरे स्थान पर खिसकना पड़ा। अकाली दल को 15 सीटों पर ही जीत मिली। चुनाव जीतने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह नेतृत्व में सरकार बनी। कैप्टन लगभग साढ़े चार वर्ष तक पंजाब के सीएम रहे, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में कलह हो गया और कैप्टन ने सीएम पद छोड़ दिया। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी सीएम बने।