चुटकुले: लुंगी पहनी देहाती लड़की को पेड़ पर बैठा देख एक आंटी बोली…

जिंदगी की आपाधापी से उपजी अकुलाहट, प्रतिस्पर्धा का कहर, अपनों से बढ़ती दूरियां, संवेदनाओं की सिकुड़ती जमीन, काम के बढ़ते घंटे और महत्वाकांक्षाओं की ऊंची उड़ानों ने हमारी जिंदगी को तनाव से भर दिया है। हालांकि, कोमल भावनाओं की टूटती इन कड़ियों के बीच खुश रहने के लिए हमारे पास एक उम्दा उपाय जोक्स या चुटकुले हैं। ये हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं। इससे न सिर्फ आसपास की फिजा खुशनुमा बनती है, बल्कि हम बेहतर मानसिक, शारीरिक, सामाजिक जीवन जीने में भी सक्षम होते हैं। साफ तौर पर इसका लाभ हमें करियर की ग्रोथ के रूप में भी मिलता है।

1.

लुंगी पहनी देहाती लड़की को पेड़ पर बैठा देख एक आंटी बोली…

वहां क्यों बैठी है?

लड़की-सेब खाने

महिला-पर यह तो आम का पेड़ है!

लड़की-ओ, आंटी, चौधराईन मत बनो

सेब लेकर आई हूं।

2.

एक आदमी काम पर से थक हार कर घर आया।

पत्नी ने पानी का गिलास दिया,

तभी बेटा मार्कशीट लेकर अपने पिता के पास पहुंचा।

साइंस-39, इंग्लिश- 46, मैथ्स- आगे कुछ पढऩे से पहले आदमी: ये माक्र्स आए हैं, गधे शर्म नहीं आती?

नालायक है तू नालायक।

पत्नी: अरे आप सुनो तो…

आदमी: तू चुप बैठ।

तेरे लाड़-प्यार ने ही बिगाड़ा है इसे नालायक,

अरे तेरा बाप दिन भर मेहनत करता है और तू ऐसे माक्र्स लाता है।

लड़का चुपचाप गर्दन नीचे किए।

पत्नी: अरे सुनो तो…

आदमी: तू चुप कर. एक शब्द भी मत बोल, आज बताता हूं इसे।

पत्नी इस बार तेज आवाज में: अरे सुनो पहले।

सुबह अलमारी साफ करते वक्त मिली थी, ये आपकी मार्कशीट है।

फिर भयानक सन्नाटा।