सीएम शिवराज ने कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इन चीजों पर लगाया सख्त प्रतिबंध

भोपाल: मप्र में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विद्यालयों को 31 जनवरी तक के लिए बंद किया जा रहा है। पहली से बारहवीं कक्षा तक के विद्यालयों को 15 जनवरी से बंद करने का फैसला हुआ है। इसके अतिरिक्त कुछ और कड़े निर्णय लिए गए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीएम निवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिला, विकासखंड, ग्राम स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ मीटिंग की। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत प्रदश सरकार के मंत्री, विधायक तथा अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक सम्मिलित हए। उन्होंने टीकाकरण को लेकर कई जिलों को अपनी नाराजगी दिखाई। कई शहरों ने टीकाकरण को लेकर आंकड़ों को गलत बताने की कोशिश की तो मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार के आंकड़़ों को चुनौती नहीं दी जा सकती। 

सीएम चौहान ने कहा कि यह प्रयास किया जा रहा है कि आर्थिक गतिविधियां नहीं रूके तथा लोगों के कामकाज होते रहें। इनके बंद होने से गरीब-रोज कमाने वाले लोग चिंतित होते हैं। लेकिन कोविड शिष्टाचार का पालन किया जाए। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वे कोरोना टेस्ट, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, दवाओं के इंतजाम बनाकर रखें तथा उसी से तीसरी लहर से राज्य के लोगों को बचाकर ले जाया जा सकता है। भीड़भाड़ एकत्रित नहीं हो यह भी कमेटियों की जिम्मेदारी रहेगी। 

यह प्रमुख ऐलान हुए:-
– 15 जनवरी से 31 जनवरी तक विद्यालय बंद रहेंगे। सरकारी और निजी स्कूल इस अवधि में सभी बंद रहेंगे।
– सभी प्रकार के मेले, वाणिज्यिक या धार्मिक कोई नहीं लगेंगे। 
– जुलूस-रैली अथवा राजनीतिक सामाजिक सभा भी प्रतिबंधित रहेगी।
– हॉल में क्षमता से 50 प्रतिशत व्यक्तियों की उपस्थित के साथ कार्यक्रम हो सकेंगे। 
– शादी या अन्य आयोजन हॉल या खुले में 250 तक की संख्या इजाजत से होंगे। 
– खेल गतिविधियों में 50 प्रतिशत खिलाड़ी के साथ होंगी। 
– खेल गतिविधियां बिना दर्शकों के साथ होंगी। 
– प्री बोर्ड की परीक्षाएँ 20 जनवरी से होना थीं मगर उनके स्वरूप में भी परिवर्तन किया जाएगा।