कनाडा में ट्रक वालों ने नाक में किया दम, सरकार ने की इमरजेंसी लागू करने की घोषणा

ओटावाः कनाडा में कोरोना वैक्सीनेशन को अनिवार्य किए जाने के बाद शुरू हुआ प्रदर्शन उग्र होते जा रहा है. ट्रक डाइवर्स ने राजधानी में जगह-जगह ट्रॉली खड़ी कर नाकेबंदी कर दी है. इससे स्थानीय लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे में तनावग्रस्त हालात को देखते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश में इमरजेंसी लागू करने की घोषणा की है.

राजधानी के कई इलाके हुए जाम

बता दें कि कनाडा सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया गया था. ऐसे में सैकड़ों की तादाद में ट्रक ड्राइवर्स ट्रकों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे राजधानी ओटावा के कई इलाके जाम हो गए हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने इमरजेंसी एक्ट लागू करने की घोषणा की.

कनाडा को हो रहा है आर्थिक नुकसान

पीएम का कहना है कि इस प्रदर्शन से देश के कुछ सीमा और राजधानी के कुछ हिस्से बंद हो गए हैं. ऐसे में शायद ही कभी इस्तेमाल की गईं इमरजेंसी शक्तियों को लागू कर रहे हैं. इससे सरकार की तरफ से मिलने वाली वित्तीय मदद में भी कटौती होगी. इन विरोध-प्रदर्शनों से अर्थव्यवस्था और विश्वसनीय व्यापारिक भागीदार के रूप में कनाडा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है.

पुलिस को मिलेंगे अधिक अधिकार

एक्ट लागू होने के बाद पुलिस बलों को अधिक अधिकार मिलेंगे और आतंकवाद को लेकर क्राउडफंडिंग प्लेटफार्मों पर रोक लगेगी. ट्रूडो ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि ये विरोध-प्रदर्शन हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं और जनता की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं. हम अवैध और खतरनाक गतिविधियों को जारी रखने की अनुमति नहीं दे सकते हैं.

1970 के बाद लगी है इमरजेंसी

ट्रूडो ने कहा कि प्रदर्शन को खत्म करने के लिए, उनकी तरफ से हर तरह के प्रयास किए गए, लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि ये विरोध अब लॉ इनफॉर्समेंट के लिए गंभीर चुनौती बन गया है. साल 1988 में बनाया गया यह इमरजेंसी एक्ट देश की सरकार को प्रांतों को ओवरराइड करने और राष्ट्रीय आपात स्थितियों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने की अनुमति देता है. इससे पहले कनाडा में इमरजेंसी 1970 में ट्रूडो के पिता व पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो के शासनकाल के दौरान लगा था.

राज्यों ने किया विरोध

वहीं, इससे पहले चार राज्य अल्बर्टा, क्यूबेक, मैनिटोबा और सस्केचेवान ने एक्ट को लागू करने की योजना का विरोध करते हुए कहा कि यह गैरजरूरी है.  वहीं, ट्रूडो ने कहा कि सुरक्षा को लेकर उठाए गए उपाय केवल, उन जगहों पर लागू होंगे, जहां इनकी जरूरत है. ए्क्ट के लागू किेए जाने की समय सीमा भी तय है. उन्होंने कहा कि कनाडा की संसद को 7 दिनों के भीतर इस एक्ट के उपयोग की मंजूरी देनी होगी. वहीं, संसद के बार इसे रद्द करने का भी अधिकार है.

क्राउडफंडिंग का हो रहा है गैरकानूनी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल

कनाडा की वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा कि उपयोग किए जा रहे सभी क्राउडफंडिंग कार्यक्रम और भुगतान प्रदाताओं को कनाडा की एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एजेंसी, फिनट्रैक के साथ रजिस्टर होना चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए. फ्रीलैंड ने कहा कि हम ये बदलाव इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि इन प्लेटफार्मों का इस्तेमाल अवैध नाकेबंदी और अवैध गतिविधियों के समर्थन करने के लिए किया जा रहा है, जो कनाडा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं.

संदिग्ध खातों को बैंक करे फ्रिज 

वहीं, सरकार ने बैंकों को कहा है कि वह ऐसे संदिग्ध खातों पर रोक लगाएं, जो बिना अदालती आदेश के विरोधों का समर्थन कर रहे हैं. इसके साथ ही नाकेबंदी में शामिल ट्रकों का बीमा भी निलंबित रहेगा. कनाडा के अधिकारियों ने कहा है कि विरोध-प्रदर्शन के लिए लगभग आधी धनराशि अमेरिकी समर्थकों से आई है.

अमेरिकी वेबसाइट बनी पैसों का माध्यम

सरकार द्वारा क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म गोफंडमे द्वारा प्रदर्शनकारियों को दिए जा रहे पैसों को रोकने के बाद अब अमेरिका की वेबसाइट गिवसेंडगो प्रदर्शनकारियों के लिए पैसे का प्रमुख साधन बन गई है. वहीं, प्रदर्शनकारियों ने रविवार को 6 दिनों के लिए डेट्रॉइट के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग, एंबेसडर ब्रिज को ब्लॉक कर दिया था. इसके साथ ही अल्बर्टा, मैनिटोबा और ब्रिटिश कोलंबिया में छोटे सीमाओं को भी बंद कर दिया है.