टेस्ट टीम से बाहर होने पर जानें क्यों भड़का ये खिलाड़ी, कहा- राहुल द्रविड़ ने दी संन्यास लेने की सलाह

भारतीय क्रिकेट पिछले कुछ महीनों से विवाद में चल रहा है। पहले विराट कोहली की कप्तानी को लेकर काफी दिनों तक विवाद चला अब विकेटकीपर बल्लेबाज ने रिद्धिमान साहा के इंटरव्यू ने कुछ ऐसा ही किया है। शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टी20 और टेस्ट सीरीज के लिए टीम का चयन हुआ। साहा का नाम टेस्ट टीम में नहीं था जिसके बाद उनका एक इंटरव्यू सामने आया। इसमें बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और टीम के मुख्य कोट राहुल द्रविड़ पर आरोप लगाए गए।

साहा ने एक अखबार को इंटरव्यू देते हुए कहा, “जब मैंने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 61 रन रन बनाए थे जब उसके बाद मुझे दादी (सौरव गांगुली) ने वाट्सएप पर बधाई दी थी और कहा था, जब तक मैं यहां (बीसीसीआइ) हूं तब तक आप टीम में रहेंगे। बीसीसीआइ अध्यक्ष से ऐसा मैसेज मिलने से मेरा आत्मविश्वास काफी ज्यादा बढ़ा था। मैं इस बात को नहीं समझ पा रहा हूं कि आखिर इतनी जल्दी सारी चीजें बदल कैसे गई।”

पीटीआइ से बात करते हुए साहा ने कहा, “टीम मैनेजमेंट की तरफ से मुझे कहा गया था, मुझे इसके बाद भी आगे टीम में रखा जाएगा। मैं इन सब चीजों को इससे पहले नहीं कह पाया क्योंकि अब तक टीम इंडिया की सेट अप हिस्सा था।”

जो सबसे बड़ा आरोप साहा द्वारा लगाया गया वो टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ पर है। उन्होंने कहा, “यहां तक कि कोच राहुल द्रविड़ ने मुझे संन्यास लेने की सलाह दी थी। उनका कहना था मुझे संन्यास लेने के बारे में सोचना चाहिए।” 

श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई टीम में केएस भरत को दूसरे विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है। प्रमुख विकेटकीपर रिषभ पंत है और साहा को बाहर रखा गया है। मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने भी साफ किया कि वह भरत को भविष्य के विकेटकीपर के तौर पर देख रहे हैं। उनका प्रदर्शन बतौर बल्लेबाज भी काफी अच्छा रहा है।