मेरठ में विधानसभा चुनाव में हार-जीत को लेकर मंथन जारी,सबसे बड़ी जीत भाजपा विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल के नाम

मेरठ में विधानसभा चुनाव में हार-जीत को लेकर हर स्तर पर चर्चा-मंथन जारी है। कौन कितने मतों से जीत सकता है, हर तरफ यह आंकड़ेबाजी भी खूब चल रही है। अतीत में हुए चुनावों पर नजर डालें तो जनपद में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड कैंट विधायक के नाम है। सबसे छोटी जीत 114 मतों के अंतर से हुई थी।

बना कोई कोई न रिकार्ड

आजादी के बाद जनपद में हुए हर विधानसभा चुनाव में कोई न कोई रिकार्ड बना। 1957 में गठित कैंट विधानसभा सीट पर सबसे अधिक मतों से जीत का रिकार्ड पिछले चुनाव में बना था। यहां चौथी बार भाजपा से विधायक बने सत्यप्रकाश अग्रवाल को 1,32,518, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बसपा प्रत्याशी सतेंद्र सोलंकी को 55,899 मत मिले थे। जीत का अंतर 76,619 मतों का रहा था। इतने मतों के अंतर से जनपद की किसी विधानसभा सीट पर कभी जीत नहीं हुई थी।

कम अंतर से जीत की बात करें तो सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में 1977 में हुए चुनाव में जनता दल के हरी सिंह को 28,116 जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के हरवंश सिंह को 28,002 मत मिले थे। जीत का अंतर 114 मत का रहा था। इसी तरह हस्तिनापुर विस क्षेत्र में भी 1977 में हुए चुनाव में रेवती शरण मौर्य मात्र 422 मतों से जीते थे। इसके अलावा किठौर विधानसभा सीट पर 1969 में हुए चुनाव में मंजूर अहमद ने भी मात्र 637 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।