अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने राष्‍ट्रपति पुतिन को कहा युद्ध अपराधी,यूक्रेन को एंटी एयरक्रफ्ट गन समेत दूसरे बड़े और घातक हथियार देने का किया एलान

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन में नागरिकों को निशाना बनाकर किए जा रहे हमलों के लिए रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराधी कहा है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि रूस लगातान रिहायशी इमारतों पर बमबारी कर रहा है, जिसमें हर रोज सैकड़ों लोगों की जान जा रही है। वहीं दूसरी तरफ राष्‍ट्रपति पुतिन ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। राष्‍ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन को रूस की सेना और उसके लड़ाकू विमानों को मार गिराने के लिए घातक हथियार देने की भी बात की है। उन्‍होंने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन को रूसी हमलों से सुरक्षा के लिए विमान-रोधी वाहन, हथियार और ड्रोन भेज रहा है।

राष्‍ट्रपति बाइडन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को हथियारों की सप्‍लाई आने वाले दिनों में भी होती रहेगी। आपको बता दें कि बीते दिनों यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की ने अमेरिकी सीनेट को वर्चुअली संबोधित किया था, जिसमें उनकी न सिर्फ सराहना की गई बल्कि सभी सदस्‍यों ने खड़े होकर उनकी हौसला अफजाई भी की थी। अपने संबोधन में जेलेंस्‍की ने अमेरिका से इस लड़ाई में यूक्रेन का साथ देने के लिए बड़े हथियार मुहैया करवाने की अपील की थी। साथ ही उन्‍होंने रूस के हमले को अमेरिका के पर्ल हार्बर और न्‍यूयार्क में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों के बराबर बताया था। संबोधन के दौरान जेलेंस्‍की कई बार भावुक भी हो गए थे।

जेलेंस्‍की ने इस दौरान नो फ्लाई जोन की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि ये संभव नहीं है। उन्‍होंने ये भी कहा कि इसकी बजाए अमेरिका को उन्‍हें हथियार देने चाहिए। अमेरिकी सीनेट को दिए अपने संबोधन में यूक्रेन के राष्‍ट्रपति ने रूस पर और अधिक कड़े प्रतिबंध लगाने और रूस से आयात रोक लगा देने का पुरजोर समर्थन किया। इस दौरान एक वीडियो भी दिखाया गया जिसमें यूक्रेन में हमलों से हुई तबाही और इसकी वजह से आम लोगों को हुई परेशानी को दिखाया गया था।

इस संबोधन के कुछ देर बाद ही राष्‍ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन को और बड़े और घातक हथियार देने का एलान किया है। बता दें कि पेंटागन पहले ही यूक्रेन में अपने लड़ाकू विमानों को भेजने से इनकार कर चुका है। अमेरिका ने कहा है कि वो नाटो सदस्‍य देशों की सरहद पर तैनात रहेगा और यदि रूस ने वहां पर किसी तरह के हमले करने की कोशिश की तो करारा जवाब भी देगा।