गोरखपुर में मनबढ़ों ने एक व्यक्ति का कुल्हाड़ी से काटा पैर, इलाज के दौरान हुई मौत

गोरखपुर जिले के बांसगांव के हरिहरपुर में मनबढ़ों ने एक व्यक्ति का कुल्हाड़ी से पैर काट दिया। घायल व्यक्ति को आनन- फानन इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज ले जाया गया। वहां उनकी मौत हो गई।

यह है पूरा मामला: हिमांचल प्रदेश में हरिहरपुर गांव के दो युवकों में कमरा खाली करने को लेकर विवाद हो गया। इसे लेकर एक पक्ष से हरिहरपुर के आकाश निषाद बुधवार रात इसी गांव के ज्ञान निषाद के घर कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गया। गाली देते हुए आकाश कुल्हाड़ी से ज्ञान के घरवालों पर प्रहार कर दिया। इस दौरान बीच- बचाव कर रहे ज्ञान निषाद का पैर कट गया।

जमीन पर गिरकर तड़पने लगा ज्ञान: पैर कटते ही ज्ञान जमीन पर गिरकर छटपटाने लगा। पैर की नस कट जाने से उनके पैर का खून नहीं रुक रहा था। वहीं कुल्हाड़ी के प्रहार से ज्ञान के लड़की समेत स्वजनों को भी चोटें आईं हैं। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।

इलाज के दौरान हुई मौत: सूचना पर पहुंची बांसगांव पुलिस व स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से घायल को बांसगांव पीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। डेढ़ घंटे के बाद इलाज के दौरान डॉक्टरों ने ज्ञान निषाद को मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार का रो- रो कर बुरा हाल है।

दो आरोपित गिरफ्तार: पुलिस ने रात करीब दो बजे के हत्या की धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दो नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस शेष आरोपितों की गिरफ्तारी में जुटी है।

पेड़ से टकराई अनियंत्रित बाइक, युवक की मौत

बांसगांव के तियर चौराहे पर एक बाइक अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। इससे बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। तीन दिन पहले युवक के मां की भी मौत हो गई थी। पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को स्वजन को सौंप दिया है।

ऐसे हुआ हादसा: गगहा के देवकली निवासी 22 वर्षीय रवि कुमार बाइक से सामान खरीदने तियर चौराहे पर जा रहा था। वह अंबेडकर जूनियर हाईस्कूल के सामने पहुंचा ही था कि बाइक अनियंत्रित होकर सड़क के सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। इससे उसके सिर में गंभीर चोट आ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक चार भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। उसकी शादी नहीं हुई थी। वह दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में एमए अंतिम वर्ष का छात्र था। बता दें रवि की मां कुसभरा देवी की तीन दिन पहले मौत हुई थी। घर में ब्रह्मभोज की तैयारी चल रही थी। इसके लिए रवि कुछ सामान लाने के लिए बाजार जा रहा था कि रास्ते में वह दुर्घटना का शिकार हो गया।