बोचहां उपचुनाव में अपनी गलती से हारी भाजपा: जीतन राम मांझी

बोचहां उपचुनाव में बीजेपी को मिली करारी शिकस्त के बाद एनडीए में बयानबाजी तेज हो गई है। एक ओर जहां उपचुनाव के परिणाम आने के बाद बीजेपी हार के कारणों पर मंथन कर रही है। वहीं दूसरी ओर एनडीए की दूसरी सहयोगी पार्टी हम भाजपा पर ही हार का ठिकरा फोड़ रही है। हम के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि बोचहां उपचुनाव में बीजेपी ने प्रत्याशी के चयन में गलती की। निर्णय एकतरफा लिया।

मांझी ने कहा है कि दिवंगत जनप्रतिनिधि के परिजन को टिकट देने की परंपरा को नजरअंदाज किया गया। टिकट देने की परंपरा को नजरअंदाज किया गया। इस कारण चुनाव में एनडीए की हार हुई है। प्रत्याशी के चयन से पूर्व भाजपा ने गठबंधन के सहयोगी पार्टियों से राय नहीं ली। 

पूर्व सीएम ने कहा कि उप चुनाव में दिवंगत जनप्रतिनिधि के परिजन को टिकट देने की परंपरा रही है। इसे भाजपा ने नजरअंदाज किया। दिवंगत मुसाफिर पासवान के परिजन को एनडीए से टिकट मिलना चाहिए था। कहा कि बोचहां में एनडीए की हार को सरकार के कार्यों व नीतियों से जोड़ना उचित नहीं है। 

बता दें कि सोमवार को देशभर के उपचुनाव के परिणाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि इसका बहुत मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि हमलोगों की एक जगह उपचुनाव में हार हो गई तो यह कौन सी खास बात है? इसके पहले दो उपचुनाव में हमलोग जीते थे। कोई यह सोचता है कि उपचुनाव जीत गये तो बहुत भारी चीज हो गया। इसका कोई मतलब नहीं है। यह तो मामूली चीज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोचहां में एनडीए उम्मीदवार के लिए प्रचार करने हमलोग गये थे। वहां किस कारण हार हुई, इसकी पूरे तौर पर जानकारी नहीं है। दरअसल क्या कारण हो गया, भाजपा के लोग इसके लिए सक्रिय हैं। आपस में बातचीत करेंगे तो जानकारी मिलेगी।