देखिये स्कूली छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण का उदाहरण
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल कॉलेज में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यहां हम स्कूली छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण का उदाहरण दे रहे हैं-
देश में हर तरफ स्वतंत्रता दिवस की धूम है। सरकार के हर घर तिरंगा अभियान ने सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व की रौनक को और बढ़ा दिया है। हमारा देश भारत 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश राज से मुक्त हुआ था। यानी आजादी को 75 बरस पूरे हो गए हैं। आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। भारत को आजाद कराने के लिए महात्मा गांधी, भगत सिंह, मंगल पांडे, लाला लाजपत राय, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, सुभाष चंद्र बोस समेत सैंकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने दशकों तक आजादी की लड़ाई लड़ी। आजादी की सालगिरह इन महापुरुषों को नमन करने का दिन है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल कॉलेज आदि संस्थानों में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यहां हम स्कूली छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस भाषण का उदाहरण दे रहे हैं-
स्वतंत्रता दिवस भाषण इस प्रकार है-
माननीय मुख्य अतिथि, शिक्षक, मेरे सभी प्रिय मित्रों, आप सबको मेरा नमस्कार… मैं ….नाम…. कक्षा ….. का छात्र हूं। भारत को आजाद हुए 75 साल पूरे हो गए है और हम अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। इस शुभ अवसर पर मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
15 अगस्त 1947 को हमें अंग्रेजों के चंगुल से आजादी मिली थी। तब से हम 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाते आ रहे हैं। दोस्तों, आज सबसे पहले हमें उन स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करना चाहिए जिन्होंने इस देश को आजाद कराने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। यह दिन हमें महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल समेत सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान की याद दिलाता है।
15 अगस्त के दिन हर साल भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित करते हैं। इस दौरान वह देश की ताजा उपलब्धियों और भावी योजनाओं के बारे में बताते हैं। वह कई कल्याणकारी घोषणाएं भी करते हैं। इसके अलावा स्कूलों व सरकारी दफ्तरों आदि जगहों पर भी तिरंगा फहराया जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। राष्ट्रगान गाया जाता है। हर जगह देशभक्ति के गीत बजते और नारे लगते सुनाई पड़ते हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी तथा सभी सरकारी भवनों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ‘राष्ट्र के नाम संबोधन’ देते हैं।
देश को आजाद हुए कई दशक हो चुके हैं और इस दौरान देश हर मोर्चे पर दुनिया भर में अपना धाक जमा चुका है। साइंस, टेक्नोलॉजी, आर्थिक, कृषि, शिक्षा, साहित्य, खेल समेत तमाम मोर्चों पर भारत बहुत तरक्की कर चुका है। परमाणु क्षमता संपन्न देश भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है। विकास के हर क्षेत्र में भारत बहुत आगे बढ़ चुका है। दुनिया भारत की ओर देख रही है। भारत न सिर्फ क्रिकेट बल्कि ओलंपिक में भी शानदार प्रदर्शन कर रहा है। हाल ही में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने 61 मेडल जीते जिसमें 22 गोल्ड मेडल थे।
साथियों इस दिन में राष्ट्र निर्माण, देश के विकास व रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। हमें गांधीजी के सत्य व अहिंसा के सिद्धांतों को जीवन में उतारना चाहिए। भारतीय संविधान में लिखीं बातों का पालन करें, यही देश का सम्मान है।
इसी के साथ में अपने भाषण का समापन करना चाहूंगा। जय हिंद… जय भारत … भारत माता की जय।