जीवनशैली

अगर आपको है गैस की समस्या तो खाने में शामिल करें ये फूड्स

गैस की समस्या एक आम बात है. आज के समय में बहुत सारे लोग इस समस्या के शिकार हैं. ऐसे में इस कारण वो हर दूसरे या तीसरे दिन यह स्थिति बेचैन करने वाली हो जाती है. जानकारों की माने तो गैस की समस्या मुख्य तौर खाने पीने के कारण से होती है. खाने में अनियमितता, सुपाच्य और सही सही भोजन न करना भी इस समस्या की उपज का एख मुख्य कारण है. जो लोग सिटिंग जॉब में है, उन्हें गैस बनने की समस्या का सामना अन्य लोगों की तुलना में अधिक करना पड़ता है. क्योंकि हर दिन कई-कई घंटे बैठे रहने से डायजेस्टिव सिस्टम स्लो हो जाता है

यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो इस समस्या को हल्के में न लें. यदि पेट की गैस की समस्या लंबे समय तक चलती है तो ऐसे में सीवियर हेल्थ प्रॉब्लम्स होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. इसलिए गैस की समस्या से बचने के लिए आप अपनी लाइफस्टाइल को तो ऐक्टिव रखें ही साथ में खान-पान पर बहुत ध्यान दें.

गैस की समस्या से आसानी से निजात भी नही मिलता कभी कभी लेकिन अपने लाइफस्टाईल में थोड़ा परिवर्तन किया जाए तो संभव है कि इस समस्या से निजात मिले. इसके लिए आपको खाने में कुछ सामन्य चीजों को शामिल करना है.

जब पेट में गैस बन रही हो तो चपाती, पराठा या पूड़ी जैसी चीजें खाने की जगह आप चावल खाएं. खासतौर पर खिचड़ी या येलो राइस या फिर दही के साथ प्लेन राइस. खाने में कोशिश करें कि आप दाल चावल ना लें.

चावल में कार्बोहाइड्रेट्स होता है और फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, ऐसे में चावल खाने के बाद गैस बनने या पेट फूलने की समस्या कम होती है.

दही का सेवन रहेगा फायदेंमंद

गैस की समस्या से यदि आप जूझ रहें है तो आप दही का सेवन कर सकते हैं. दही एसिडिटी को कम करने में काफी सहायक होती है. ऐसे में आप दही जरुर खाएं लेकिन ध्यान रखें कि आप दही का सेवन रात या सुबह के समय नही बल्कि दोपहर में लें. दही में डायजेशन को बढ़ाने वाले बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें वैज्ञानिक भाषा में प्रोबायोटिक्स कहा जाता है.

इन फलों का सेवन साबित होगा फायदेमंद

गैस की समस्या से यदि आप जूझ रहें है तो जरुर ध्यान रखें कि आप कुछ फलों का सेवन जरुर करें. केला, पपीता, सेब, चीकू, अंगूर, अमरूद, आड़ू जैसे फलों का सेवन करें. लेकिन यदि गैस के साथ ही सीने पर जलन की समस्या या एसिड बनने की दिक्कत होती है तो खट्टे फलों का सेवन करने से बचें.

Related Articles

Back to top button