अच्छी खबर पर बुरी तरह गिरे भारत की सबसे बड़ी टावर कंपनी के शेयर

सितंबर को इंडस टावर के शेयर 4 फीसदी तक टूट गए। जुलाई की शुरुआत से कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट हावी है। शेयरों में यह मंदी ऐसे वक्त में आई जब कंपनी के बोर्ड ने अफ्रीकी बाजार में बिजनेस करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनी इंडस टावर्स लिमिटेड के शेयरों में 3 सितंबर को 4 प्रतिशत की गिरावट आ गई। हालांकि, शेयरों में यह मंदी ऐसे वक्त में आई जब कंपनी के बोर्ड ने अफ्रीकी बाजार में प्रवेश के लिए अपनी मंजूरी दे दी। खास बात है कि इंडस टावर्स का यह पहला विदेशी विस्तार होगा। कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी को नाइजीरिया, युगांडा और जाम्बिया से शुरुआत करते हुए अफ्रीकी बाजारों में प्रवेश करने की मंजूरी मिल गई है।
इंडस टावर्स, भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम टावर कंपनी है, जिसके देशभर में 30 जून 2025 तक 251773 टावर हैं। यह कंपनी भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर्स के मर्जर से बनी है। देश के 22 टेलिकॉम सर्किल में कंपनी के टावर मौजूद हैं। यह कंपनी देश की अलग-अलग टेलिकॉम कंपनियों को टावर सर्विस मुहैया कराती है।
क्या गिरावट में खरीदारी का मौका?
जुलाई की शुरुआत से इंडस टावर के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म कंपनी के शेयरों पर बुलिश है। CITI ने इंडस टावर्स के शेयर पर 460 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जबकि मौजूदा भाव 323 रुपये है। 3 सितंबर को 324.90 रुपये के स्तर पर खुले और टूटकर 312 रुपये तक चले गए।
CLSA ने इंडस टावर्स के शेयरों पर 520 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है और आउटपरफॉर्म कॉल को बरकरार रखा है। हालांकि, रिटर्न के लिहाज से इंडस टावर के शेयरों ने निराश किया है क्योंकि कंपनी के स्टॉक्स ने पिछले एक साल में 25 फीसदी से ज्यादा का नेगेटिव रिटर्न दिया है।
यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)