कारोबार

अदाणी के बाद US रिसर्च फर्म के निशाने पर अनिल अग्रवाल, वेदांता के शेयरों में भारी गिरावट

मशहूर कारोबारी अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal Vedanta Share Price) के स्वामित्व वाली माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड के शेयरों में 9 जुलाई को साढ़े 4 फीसदी तक की गिरावट आ गई। दरअसल, अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म, वायसराय रिसर्च (Viceroy Research on Vedanta) ने वेदांता की मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें वेदांता ग्रुप की कंपनी की संरचना को लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यह “एक पोंजी स्कीम जैसी है”।

वायसराय की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समूह की संरचना “वित्तीय रूप से अस्थिर और पोंजी स्कीम जैसी है”। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद वेदांता के शेयरों में बिकवाली हावी हो गई। सुबह 461 रुपये के स्तर पर खुलने के बाद कंपनी के शेयरों ने 420.65 रुपये का लो लगा दिया।

वेदांता और सहायक कंपनियों के शेयरों में गिरावट
वायसराय की रिपोर्ट से वेदांता के अलावा, उसकी सहायक कंपनी हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में भी 3% तक की गिरावट आ गई है। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब वेदांता कई अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों के डीमर्जर की प्लानिंग कर रहा है।

इससे पले वेदांता रिसोर्सेज ने जून 2024 में कहा था कि वह अगले तीन वर्षों में अपने कर्ज में 3 बिलियन डॉलर की कटौती करने का प्रयास करेगी। उधर रिपोर्ट में वायसराय ने कहा, “वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड एक “परजीवी” होल्डिंग कंपनी है, जिसका अपना कोई महत्वपूर्ण ऑपरेशन नहीं है, यह पूरी तरह से वेदांता लिमिटेड से मिलने वाली नकदी पर टिकी हुई है।”

वायसराय ने रिपोर्ट में कहा, “वेदांता रिसोर्सेज, वेदांता लिमिटेड को लूटे बिना अपने अल्पकालिक वित्तीय दायित्वों को पूरा नहीं कर सकती। इससे वीईडीएल के लिए एक चालू व्यवसाय के रूप में खतरा पैदा हो गया है, जिसकी इक्विटी वेदांता रिसोर्सेज के मूलधन की सुरक्षा के लिए संपार्श्विक है। यह रणनीति एक पोंजी योजना जैसी है।”

Related Articles

Back to top button