अब गर्भ से बाहर विकसित होगा भ्रूण, रोबोट बनेगा दाई
बच्चे के जन्म से लेकर बड़ा होने तक की पूरी प्रक्रिया को वैज्ञानिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) से बदलने जा रहे हैं। जी दरअसल हाल ही में चीन के वैज्ञानिकों (Chinese Scientist) ने यह दावा किया है कि कुछ सालों बाद भ्रूण कृत्रिम (Artificial Womb/Embryo) होगा और उसका ख्याल रखने के लिए रोबोट दाई की भूमिका निभाएंगे। आप सभी को हम यह भी बता दें कि दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला चीन घटती जन्मदर से परेशान है। जी दरअसल यहां जन्म दर हाल ही में छह दशकों में अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई है। इसी के चलते यह माना जा रहा है कि इस समस्या को दूर करने के लिए वैज्ञानिक AI आधारित तकनीक विकसित कर रहे हैं!
आप सभी को बता दें कि हाल ही में चीन के शुझोउ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि, ‘भ्रूण से लेकर बच्चे के बड़े होने तक उसका पूरा ख्याल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाली दाई (AI Nanny) रखेगी।’ इस दौरान सबसे खास बात ये है कि महिला को नौ महीने तक बच्चे को अपने गर्भ में रखने की जरूरत नहीं होगी और इस तरह उसे गर्भ के दौरान की समस्याओं से भी निजात मिल जाएगी। केवल यही नहीं बल्कि वह बच्चे को कृत्रिम भ्रूण में बड़ा होता देख सकेगी, और इसी के साथ ही भ्रूण पर नजर रखने के लिए रोबोट भी होंगे। इस समय वैज्ञानिक चूहों पर शोध कर रहे हैं। जी दरअसल इस समय चूहों के कृत्रिम भ्रूण पर AI दाई नजर रख रही है और उन्हें विकसित होते देख रही है। वहीं दूसरी तरफ रिसर्च को जर्नल ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में हाल ही में प्रकाशित किया गया है। ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने चीनी वैज्ञानिकों के हवाले से बताया है कि यह तकनीक जीवन के विकास को समझने में मदद कर रही है।
इसके अलावा इसके जरिए हम भविष्य में इंसानी भ्रूण के विकास को और नजदीक से समझ पाएंगे। जन्म संबंधी दिक्कतों को दूर कर पाएंगे। साथ ही प्रजनन संबंधी सेहत का ख्याल रख पाएंगे।’ एक रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि, AI दाई और कृत्रिम भ्रूण की तकनीक इस तरह से विकसित की गई है, जिससे हर तरह की गतिविधि को पूरी तरह नियंत्रित माहौल में देखा जा सके। ऐसा होने से शरीर में आने वाले बदलाव और विकास के पैटर्न को समझा जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिक विट्रो कल्चर सिस्टम की मदद से इन भ्रूण को तैयार कर रहे हैं, जिसकी निगरानी के लिए AI Nanny को तैनात किया गया है।
AI Nanny भ्रूण के विकास, सेहत आदि पर नजर रखती है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को अलर्ट करती है। इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि ‘इससे भ्रूण के विकास संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। आप भविष्य में कैसा बच्चा चाहते हैं, उसे अपने हिसाब से डिजाइन कर सकते हैं। जरूरी चीजें जोड़ सकते हैं, बेकार हटा सकते हैं।’ वहीं दूसरी तरफ कई देशों में कृत्रिम भ्रूण को बनाने की प्रक्रिया का विरोध हो रहा है। जी दरअसल विरोध करने वालों का कहना है कि यह नैतिक तौर पर सही नहीं है, लेकिन एक ऑटोमेटेड सिस्टम इस लायक होता है कि वह एक साथ कई भ्रूण पर निगरानी रख सके।