राजधानी के सबसे घने इलाके उत्तर-पूर्वी दिल्ली से ट्रांस हिंडन के बीच तीसरी मेट्रो चलने की उम्मीद बन गई है। डीएमआरसी ने गोकलपुरी से डीएलएफ, दिलशाद गार्डन एक्सटेंशन-2 होकर अर्थला तक मेट्रो के नए काॅरिडोर की योजना तैयार की है। दिल्ली मेट्रो ने शुरुआती स्तर का एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार के साथ दिल्ली व उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा है। यहां से हरी झंडी मिलते ही डीएमआरसी नए मेट्रो रूट पर सर्वे समेत दूसरी औपचारिकताओं को पूरा करेगा। अधिकारियों का कहना है कि इस काॅरिडोर के तैयार होने से बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही आसान होगी।
दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाला तीसरा काॅरिडोर शिव विहार-मजलिस पार्क की पिंक लाइन के मौजूदा गोकलपुरी मेट्रो स्टेशन से शुरू होगा। आगे यह वजीराबाद रोड के साथ दिल्ली-यूपी बॉर्डर के दिलशाद गार्डन एक्सटेंशन-2, डीएलएफ तक जाएगा। वहां से वह वाया हिंडन एयरपोर्ट अर्थला तक पहुंचेगा। इससे मेट्रो की सबसे पुरानी रेड लाइन और निर्माणाधीन पिंक लाइन को जोड़ने वाले इस कॉरिडोर के तैयार होने से बड़ी आबादी को फायदा होगा। जिस इलाके से मेट्रो गुजरेगी, वह दिल्ली की सबसे घनी बसावट वाला इलाका है। वहीं, यूपी की तरफ से बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से गाजियाबाद के बीच प्रस्तावित तीसरी लाइन का शुरुआती प्रस्ताव तैयार है। इसे मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के साथ दिल्ली व यूपी की सरकारों को भेजा गया है। तीनों सरकारों की सहमति मिलने के बाद काॅरिडोर के रूट के सर्वे के साथ दूसरे औपचारिकताओं को डीएमआरसी पूरा करेगा। काम शुरू होने का समय सरकारों से मिलने वाली मंजूरी पर निर्भर करेगा।
इन इलाकों को मिलेगा सीधा फायदा
दिल्ली में सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व उत्तर पूर्वी का है। 2011 की जनगणना के अनुसार यहां हर एक किमी के दायरे में 36,155 लोग रहते हैं। मेट्रो के प्रस्तावित नए काॅरिडोर की शुरुआत इसी इलाके के गोकलपुरी से होगी। इसका फायदा मुस्तफाबाद, गोकलपुर गांव, नंद नगरी, करावल नगर, सुंदर नगरी, तिमारपुर, मंडोली, सिबोली, हर्ष विहार, बैंक कॉलोनी, डीएलएफ दिलशाद गार्डन एक्सटेंशन-2, भोपुरा समेत मंगल पांडे मार्ग के जुड़ने वाले कई इलाकों के लोगों को फायदा मिलेगा। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की डिफेंस कॉलोनी, गगन विहार, लोक विहार, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर, पंचशील एन्क्लेव, आदर्श नगर व हिंडन एयरपोर्ट के पास बसे इलाके को लोगों को लाभ मिलेगा।
अभी फेज-4 का चल रहा निर्माण
मेट्रो फेज-4 के छह काॅरिडोर में से तीन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर व तुगलकाबाद-एरोसिटी शामिल हैं। तीनों का निर्माण कार्य 2026 में पूरा होना है। इस साल मार्च में दो अन्य मेट्रो कॉरिडोर की योजनाओं को केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी थी। इसमें इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ व लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर हैं। इन दोनों काॅरिडोर को मार्च 2029 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में दोनों काॅरिडोर पर काम शुरू करने से पहले टेंडर प्रक्रिया आदि पर काम हो रहा है। इसके साथ ही अंतिम रिठाला-कुंडली कॉरिडोर के निर्माण को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से स्वीकृति मिली है।
हर 500 मीटर पर हो मेट्रो स्टेशन
डीएमआरसी के एमडी विकास कुमार ने भी बीते दिनों माना था कि वह चाहते हैं कि मेट्रो पकड़ने के लिए केवल पैदल दूरी ही होनी चाहिए। अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी साधन से दिल्ली पहुंचता है, तो उसे मेट्रो पकड़ने के लिए बमुश्किल 500 मीटर ही चलना पड़े, यानी मेट्रो का विस्तार हो। नए स्टेशन बनने चाहिए और हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
स्थानीय लोग लंबे समय से मेट्रो की कर रहे मांग
उत्तर पूर्वी जिले के लोग भी लंबे समय से इस क्षेत्र में मेट्रो की मांग कर रहे हैं। सबोली गांव के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष जगदीश चौधरी ने बताया कि मेट्रो की मांग को लेकर वे लोग पूर्व केंद्रीय विकास एवं परिवहन मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री, विकास एवं परिवहन राज्य मंत्री दिल्ली सरकार, सांसद व डीएमआरसी के अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं।