अब बृजलाल खाबरी संभालेंगे यूपी कांग्रेस की कमान, छह प्रांतीय अध्यक्ष भी बनाए गए
यूपी कांग्रेस की कमान अब बृजलाल खाबरी संभालेंगे। इसके साथ ही संगठन को मजबूत नेतृत्व देने के लिए इस बार छह प्रांतीय अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। शनिवार को कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने नोटिस जारी कर पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष और प्रांतीय अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में हर राजनीतिक दल की तरह कांग्रेस ने भी कोशिशें शुरू कर दी हैं। संगठन को एक बार फिर से मजबूत करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी क्रम में शनिवार को नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा हुई।
पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के साथ अजय कुमार लल्लू के इस्तीफे बाद से यह पद खाली चल रहा था। शनिवार को पार्टी ने नए अध्यक्ष के रूप में बृजलाल खाबरी के नाम का ऐलान हो गया। उनके साथ ही छह प्रांतीय अध्यक्षों के नामों की भी घोषणा हुई। इस बारे में पिछले कुछ दिनों से कयास भी लगाए जा रहे थे।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल द्वारा शनिवार को जारी नोटिस में कहा गया कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति की है।’ पिछले कुछ दिनों से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रांतीय अध्यक्षों की भी नियुक्ति कर सकती है।
इन्हें बनाया गया है प्रांतीय अध्यक्ष
बृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कमान सौंपने के साथ ही जिन छह नेताओं को प्रांतीय अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी मिली है उनमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, वीरेंद्र चौधरी, नकुल दुबे, अनिल यादव (इटावा) और योगेश दीक्षित शामिल हैं।
कौन हैं बृजलाल खाबरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बृजलाल खाबरी जालौन के रहने वाले हैं। खाबरी, 2016 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। बसपा में वह जोनल कोऑर्डिनेटर रह चुके थे। वह 2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गए थे। पिछला चुनाव उन्होंने ललितपुर जिले की महरौनी (सुरक्षित) सीट से लड़ा था। बीजेपी के मनोहर लाल पंथ (मन्नू कोरी) ने उन्हें हराया था। मन्नू यूपी सरकार में मंत्री बनाए गए हैं।
नसीमुद्दीन सिद्दकी भी यूपी में बीएसपी के दिग्गज नेता रहे हैं। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अजय राय 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार रहे। दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।