अंबाला। आपातकालीन अस्पताल में रेल कर्मचारियों को उपचार देने के लिए रेलवे ने प्राइवेट अस्पतालों के साथ समझौता किया है। इस सुविधा का फायदा अंबाला रेल मंडल में कार्यरत लगभग 14 हजार कर्मचारियों और सात हजार के करीब सेवानिवृत कर्मचारियों सहित परिजनों को मिलेगा।
अंबाला रेल मंडल के सबसे बड़े और प्रमुख रेलवे अस्पताल के अतिरिक्त मुख्य मेडिकल अधीक्षक ने इस संबंध में लिखित आदेश जारी कर दिए हैं ताकि कर्मचारियों को अस्पतालों की जानकारी मिल सके और वो किसी भी आपात स्थिति में अपने नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में जाकर उपचार करा सकें।
यह है 22 अस्पतालों की सूची
मैक्स अस्पताल और आईवी अस्पताल मोहाली, दृष्टि आई अस्पताल पंचकूला, इंडस अस्पताल डेराबसी, नीलम अस्पताल राजपुरा, होमी भाभा कैंसर अस्पताल चंडीगढ़, होमी भाभा कैंसर अस्पताल संगरुर, इडन और मुक्त अस्पताल चंडीगढ़, मैक्स अस्पताल बठिंडा, एमएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सोलन, एमएमआईएस अस्पताल मुलाना, सक्षम अस्पताल सहारनपुर, अमर, इंडस व ग्रेशियन अस्पताल मोहाली, हीलिंग टच, अनेजा और रोटरी अस्पताल अंबाला, आदेश अस्पताल मोहड़ी, आदेश अस्पताल बठिंडा और मेडिग्राम अस्पताल सहारनपुर शामिल हैं।
ऐसे मिलेगी सुविधा
रेलवे ने उक्त सभी प्राइवेट अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि वो अपने-अपने मुख्यद्वार पर रेलवे कर्मचारियों से जुड़ी इस सुविधा का पोस्टर चस्पां करें। रेलवे कर्मचारियों को भी निर्देश दिए कि इमरजेंसी के दौरान जब भी उक्त अस्पतालों में जाएंगे तो अपना रेलवे मेडिकल आईडी कार्ड उम्मीद साथ लेकर जाएं। जबकि अस्पताल प्रबंधन को भी निर्देश दिए हैं कि कोई भी रेल कर्मचारी या उनके परिजन अस्पताल में भर्ती होते हैं तो उनकी जानकारी 24 घंटे के अंदर अंबाला रेल मंडल के रेलवे अस्पताल में ऑनलाइन माध्यम से भेजना सुनिश्चित कराएं, जिससे कि आगामी प्रक्रिया आरंभ हो सके।
रेलवे कर्मचारियों ने जताया अभार
उत्तर रेलवे का अंबाला रेल मंडल सबसे प्रमुख व अहम है। इस मंडल में कार्य करने वाले आधे से अधिक लोग अंबाला में ही रहते हैं। ऐसे में उनकी इस परेशानी का समाधान होना उनके लिए एक बड़ी सौगात है। उत्तर रेलवे कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी यादराम ने बताया कि अक्सर आपातकाल स्थिति में कर्मचारियों व उनके परिजनों को इधर-उधर भटकना पड़ता था। इसके लिए पहले रेलवे अस्पताल आना पड़ता था। लेकिन अब सीधा प्राइवेट अस्पताल में जाकर उपचार करवाया जा सकेगा।
वर्जन
रेल कर्मचारियों की सुविधा को लेकर यह फैसला लिया है, क्योंकि आपातकाल में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। ऐसी शिकायतें लगातार यूनियन व रेल कर्मचारियों की तरफ से भी प्राप्त हो रही थी। इस सुविधा से सभी को राहत मिलेगी।
एमएस भाटिया, डीआरएम अंबाला।