अमेरिका के लोगों पर भारी पड़ेगा ट्रंप का टैरिफ दांव, बढ़ जाएंगे इन चीजों के दाम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनमिक पावर्स एक्ट के तहत अमेरिका के तीन बड़े व्यापार साझीदार देशों कनाडा, मैक्सिको एवं चीन पर व्यापक शुल्क (टैरिफ) लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इन तीन देशों से आयात अमेरिका के कुल आयात का एक तिहाई से अधिक है। आइए जानते हैं कि इन टैरिफ का क्या असर होगा…
इलेक्ट्रिक उपकरण सेक्टर होगा प्रभावित
ऊर्जा उत्पादों को छोड़कर कनाडा व मैक्सिको से आयात होने वाली सभी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगेगा। कनाडा के ऊर्जा उत्पादों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगेगा। चीन से आयातित वस्तुओं पर भी 10 प्रतिशत टैरिफ लगेगा। इनकी वजह से मैक्सिको का ऑटो एवं इलेक्ट्रिक उपकरण सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। वहीं, अमेरिका में कृषि, मत्स्य पालन, धातु एवं ऑटो उत्पादन पर सबसे ज्यादा असर होगा।
उपभोक्ताओं पर असर: ट्रंप ने जब अपने पहले कार्यकाल में चीन पर टैरिफ लगाया था तो इसकी ज्यादातर लागत अमेरिकी उपभोक्ताओं को वहन करनी पड़ी थी। अगर कंपनियों ने फिर यही रवैया अपनाया तो अमेरिका में किराने की दुकानों, कार डीलरशिप और पेट्रोल पंपों पर कीमतें बढ़ी हुई दिखेंगी।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका में आयात होने वाला 60 प्रतिशत तेल कनाडा से आता है। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन के इस कदम से अमेरिका में अस्थायी रूप से महंगाई में उछाल आ सकता है।
किन चीजों के बढ़ेंगे दाम: किराने की वस्तुओं समेत जल्द खराब होने वाली वस्तुओं की कीमतों में तेजी से वृद्धि हो सकती है। अमेरिका में अधिकतर एवोकाडो का मैक्सिको से आयात होता है और एक-दो हफ्तों में उनकी कीमतें बढ़ सकती हैं। खीरे और टमाटर के मूल्य भी बढ़ सकते हैं। हालांकि कार जैसी टिकाऊ चीजों के दामों को बढ़ने में थोड़ा वक्त लगेगा।
ट्रंप ने क्या कहा: राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद ट्रंप ने कहा था कि वह कनाडा एवं मैक्सिको पर टैरिफ लगाएंगे क्योंकि पड़ोसी देश बड़ी संख्या में लोगों और फेंटानाइल (सिंथेटिक ड्रग्स) का अमेरिका में प्रवेश करा रहे हैं। उनका कहना था कि इसे रोकने के लिए दंडित करना जरूरी है।
अमेरिकी कंपनियों की तैयारी: ट्रंप की घोषणा से पहले अमेरिकी कंपनियां मैक्सिको व कनाडा से शिपमेंट मंगाने की जल्दी में नहीं दिखीं। हालांकि इसमें बढ़ोतरी होने के संकेत हैं।