अमेरिका में कोरोना विस्फोट, नए मामलों के टूटे सारे रिकार्ड, राष्ट्रपति रेस्पांस टीम से करेंगे अहम बैठक
नई दिल्ली, पूरी दुनिया में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल आता देखा जा रहा है। इससे यूरोप के देश भी बेहाल हैं तो अमेरिका में भी हाल बेहद खराब है। यहां पर महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में सबसे अधिक नए मामले सामने आ चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार 3 अक्टूबर 2022 को देश में करीब दस लाख मामले दर्ज किए गए हैं जो एक रिकार्ड है।
राष्ट्रपति करेंगे अहम बैठक
यटर्स की खबर में कहा गया है कि देश में कोरोना महामारी की सूनामी को देखते हुए मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस व्हाइट हाउस में महामारी पर नजर रखने वाली कोरेाना वायरस रेस्पांस टीम से मुलाकात भी करने वाले हैं। इस बैठक का मकसद कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह का पता लगाना और इसकी रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई करना शामिल है। जान हापकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़े बताते हैं कि देश में हर छह में से एक व्यक्ति कोरोना पाजीटिव है।
अधिकतर मामलों में ओमिक्रोन
रायटर्स के मुताबिक देश में सामने आने वाले नए मामलों में साठ फीसद से अधिक मामले ओमिक्रोन के हैं। इसके बाद करीब 38-40 फीसद मामले डेल्टा वैरिएंट के हैं। पिछले सप्ताह यहां पर एक ही दिन में 5.90 लाख नए मामले सामने आए थे। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि 29 नवंबर 2021 के बाद ही यहां पर कोरोना के मामले बेतहाशा बढ़े हैं। 28 नवंबर को जहां कोरोना के नए मामले 23 हजार से कुछ ज्याद थे वहीं 29 नवंबर कोये एक लाख के पार पहुंच गए थे।
सितंबर अक्टूबर में थे एक लाख से अधिक मामले
इसके बाद से लगातार यहां पर मामले बढ़े ही हैं। इससे पहले सितंबर और अक्टूबर में भी यहां पर एक लाख से अधिक मामले सामने आ रहे थे। सेंटर फार डिजीज कंट्रोल के आंकड़ों की मानें तो 29 दिसंबर 2021 को अमेरिका में 4.86 लाख से अधिक मामले सामने आए थे। इसकी तरह से 31 दिसंबर 2021 को यहां पर 4.46 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए थे। वाल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार 2 जनवरी 2022 को यहां पर नए मामलों की संख्या 4.03 लाख से अधिक दर्ज की गई थी।
सीडीसी के आंकड़े
सीडीसी के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका में कोरोना के कुल मामले 53,79,5407 हैं और 820355 लाख लोगों की मौत अब तक इसकी वजह से हो चुकी है। यहां पर अब तक करीब 78 फीसद योग्य आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। सीडीसी की वेबसाइट पर कोरोना के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन को भी ग्राफ के जरिए दर्शाया गया है।
बूस्टर डोज की शुरुआत
आपको यहां पर ये भी बता दें कि अमेरिका में पहले से ही बूस्टर डोज की इजाजत दे दी गई थी। इसके बाद भी यहां पर मामलों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। इसके अलावा यहां पर 15 से 18 वर्ष की आयुवर्ग को भी वैक्सीन देने का काम शुरू हो चुका है।