
दिल्ली सरकार के अनुरोध के बाद हरियाणा सरकार ने आईटीओ बैराज को सौंपने का निर्णय लिया है। इस बार मानसून से पहले ही बैराज के सभी 32 गेटों की मरम्मत कर दी गई थी, ताकि 2023 जैसी बाढ़ की स्थिति दोबारा न हो।
दिल्ली सरकार के अनुरोध के बाद हरियाणा सरकार ने आईटीओ बैराज को सौंपने का निर्णय लिया है। इस बार मानसून से पहले ही बैराज के सभी 32 गेटों की मरम्मत कर दी गई थी, ताकि 2023 जैसी बाढ़ की स्थिति दोबारा न हो। दिल्ली में यमुना नदी पर तीन बैराज हैं, जिनमें से केवल वजीराबाद बैराज ही दिल्ली सरकार के पास है। ओखला बैराज, उत्तर प्रदेश सरकार के नियंत्रण में है, जबकि आईटीओ बैराज अब तक हरियाणा के पास था। यह बैराज नई दिल्ली के बिल्कुल करीब है, जिसके कारण इसका प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है।
पहले भी लिखा था पत्र
दिल्ली सरकार ने पहले भी इसके लिए हरियाणा को पत्र लिखा था, पर अब दोनों राज्यों में एक ही पार्टी की सरकार होने का फायदा मिला है। दिल्ली के अधिकारियों का कहना है कि नियंत्रण मिलने से न केवल बैराज के गेटों का रखरखाव बेहतर होगा, बल्कि बाढ़ से निपटने की तैयारी भी मजबूत होगी।