आचार्य धर्मेंद्र का आज राजस्थान के जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में निधन
राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े बड़े नेता आचार्य धर्मेंद्र का आज राजस्थान के जयपुर सवाई मानसिंह अस्पताल में निधन हो गया है। आचार्य स्वामी धर्मेंद्र पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। जिसके बाद उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। सोमवार सुबह आचार्य स्वामी धर्मेंद्र का एसएमएस अस्पताल में हो गया। अस्पताल में भर्ती होने पर चिकित्सकों की एक टीम इलाज कर रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आचार्य स्वामी धर्मेंद्र के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। आचार्य स्वामी धर्मेंद्र की पुत्रवधू और समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा ने बताया था कि पिछले 1 महीने से उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट देखने को मिल रही थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा के निर्देश में उनका इलाज किया जा रहा था।
स्वामी राम जन्मभूमि आंदोलन के बड़े चेहरों में से एक थे
उल्लेखनीय है कि विहिप के मार्गदर्शक मण्डल में रहे स्वामी राम जन्मभूमि आंदोलन के बड़े चेहरों में से एक थे। बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने जब सभी 32 आरोपियों को बरी किया था तो उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा था-सत्य की जीत हुई है। इस पर मैं प्रणाम करूंगा। हम सब मिलकर जितने भी पुराने दाग हैं, उनको धोएंगे। यह तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है। बाबरी विध्वंस मामले में आचार्य धर्मेंद्र के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा, महंत नृत्य गोपाल दास, डॉ. राम विलास वेदांती, चंपत राय, महंत धर्मदास, सतीश प्रधान, पवन कुमार पांडेय, लल्लू सिंह प्रकाश शर्मा आरोपी थे।
आचार्य धर्मेंद्र की पुत्रवधु कांग्रेस नेता
उल्लेखनीय है कि आचार्य धर्मेंद्र भले ही हिंदूवादी संगठनों से जुड़े रहे। लेकिन उनकी पुत्रवधु अर्चना शर्मा कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है। अर्चना शर्मा को मालवीय नगर विधानसभा को हार का सामना करना पड़ा है। अर्चना शर्मा पहले कांग्रेस की मीडिया विभाग की प्रमुख भी रही है। फिलहाल समाज कल्याण बोर्ज की अध्यक्ष है।