आज किया जाएगा गणेश विसर्जन, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त

आज यानी शनिवार 6 सितंबर को भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस तिथि पर अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है यह दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। ऐसे में चलिए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक जी से जानते हैं आज का पंचांग ।
आज का पंचांग
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त – देर रात 1 बजकर 41 मिनट पर
अतिगंड योग – सुबह 11 बजकर 52 मिनट तक
करण –
गरज – दोपहर 2 बजकर 31 मिनट तक
वणिजा – देर रात 1 बजकर 41 मिनट तक
वार – शनिवार
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 2 मिनट से
सूर्यास्त – शाम 6 बजकर 37 मिनट पर
चंद्रोदय – शाम 5 बजकर 52 मिनट से
चंद्रास्त – प्रातः 5 बजकर 19 मिनट पर (7 सितंबर)
सूर्य राशि – सिंह
चंद्र राशि – मकर
शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक
अमृत काल – दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से दोपहर 2 बजकर 23 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल – सुबह 9 बजकर 10 मिनट से सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक
गुलिकाल – सुबह 6 बजकर 2 मिनट से सुबह 7 बजकर 36 मिनट तक
यमगण्ड – दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से दोपहर 3 बजकर 28 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव धनिष्ठा नक्षत्र में रहेंगे…
धनिष्ठा नक्षत्र – रात्रि 10:55 बजे तक
सामान्य विशेषताएं: आत्मविश्वासी, शक्तिशाली, धैर्यवान, परिश्रमी, प्रसिद्धि, सौंदर्य, धन, कलात्मक प्रतिभा, स्वतंत्र स्वभाव, स्वार्थी, लालची, क्रोधी, विश्वसनीय और दानशील
नक्षत्र स्वामी: मंगल
राशि स्वामी: शनि
देवता: आठ वसु (भौतिक समृद्धि के देवता)
प्रतीक: ढोल या बांसुरी
आज का व्रत और त्योहार – गणेश विसर्जन
गणेश जी को बाधा नाशक और शुभारंभ के देवता माना जाता है, इसलिए उनकी विदाई के समय विशेष भाव और भक्ति के साथ उन्हें जल में विसर्जित किया जाता है। इस दिन भक्त गणेश जी की मूर्ति को ढोल-नगाड़ों, भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चार के साथ समुद्र, नदी या अन्य जल स्रोत में विसर्जित करते हैं। यह कार्य जीवन से दुख, असफलता और बुराइयों को दूर करने का प्रतीक माना जाता है।