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आज दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, जानें म्यूजियम से जुड़ी 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री संग्रहालय पीएम नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर पीएम मोदी तक… अभी तक जितने भी प्रधानमंत्री बने, इस म्यूजियम के जरिए उनके योगदानों के बारे में बताया जाएगा। म्यूजियम को बनने में करीब चार साल लगे। बताया जाता है कि इसे बनाने में करीब 271 करोड़ रुपये का खर्चा आया है। दिल्ली में बने पीएम म्यूजियम का उद्घाटन अमृत महोत्सव समारोह के दौरान किया गया। आपको इससे जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं।
- पीएम म्यूजियम का निर्माण दिल्ली में तीन मूर्ति भवन में नेहरू स्मारक में हुआ है। इसे करीब 15,600 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाया गया है।
- म्यूजियम का डिजाइन उभरते भारत की कहानी से प्रेरित है, जिसे इसके नेताओं के हाथों से आकार दिया गया है। डिजाइन में टिकाऊ और ऊर्जा संरक्षण प्रथाओं को शामिल किया गया है।
- संग्रहालय का लोगो राष्ट्र और लोकतंत्र का प्रतीक धर्म चक्र धारण करने वाले भारत के लोगों के हाथों का प्रतिनिधित्व करता है।
- खास बात है कि परियोजना पर काम के दौरान कोई पेड़ नहीं काटा गया है और न ही प्रतिरोपित किया गया है।
- संग्रहालय के लिए जानकारी प्रसार भारती, दूरदर्शन, फिल्म प्रभाग, संसद टीवी, रक्षा मंत्रालय, मीडिया हाउस (भारतीय और विदेशी), विदेशी समाचार एजेंसियों से जुटाई गई हैं।
- इसकी जानकारी जुटाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवारों से भी संपर्क किया गया।
- संग्रहालय में कुल 43 गैलरी बनाई गई हैं। इसमें संग्रहालय में होलोग्राम, वर्चुअल रियलिटी, आगमेंटेड रियलिटी, मल्टी टच, मल्टीमीडिया, इंटरेक्टिव कियोस्क, कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव स्क्रीन इसमें इंस्टाल किए गए हैं।
- म्यूजियम में तोशाखाना का भी निर्माण किया गया है। तोशाखाना में ऐसे उपहारों का संग्रह है जो प्रधानमंत्रियों को देश, विदेश में यात्रा के दौरान या विदेशी मेहमानों की भारत यात्रा के दौरान भेंट में मिले हैं।
- म्यूजियम में कुछ कमरें बनाए गए हैं। इन कमरों को कांफ्रेंस या राउंड टेबल मीटिंग के लिए खाली रखा गया है।
- गैलरी में पीएम मोदी के दो कार्यकालों के बारे में बताया जाएगा