उत्तराखंड के कई जिलों में आज भी हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने हिदायत देते हुए कहा, बारिश के दौरान संवेदनशील इलाकों में अधिक सतर्कता के साथ रहें। साथ ही आवश्यक न हो तो पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से भी बचें।
कई घंटे बंद रहा बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे
बदरीनाथ हाईवे कमेड़ा के पास मलबा आने से तड़के बंद हो गया था। यहां हाईवे मलबा आने से आए दिन बंद हो रहा है। जेसीबी ने करी सात बजे मलबा हटाकर रास्ता दुरुस्त किया।
वहीं, गंगोत्री हाईव तांबाखाणी ओपन टनल और नेताला में मलबा आने से अवरूद्ध था। ज्ञानसू मनेरा पैदल मार्ग पर भी मलबा व बोल्डर आए थे। हालांकि लोग इस मार्ग से जोखिम के बीच मलबे के ऊपर से ही आवाजाही करते रहे।
यमुनोत्री हाईवे भी मलबा और बोल्डर आने से तड़के से बंद था। हाईवे पर ओजरी डाबरकोट में बारिश के चलते मलबा आया था। करीब नाै बजे मलबा हटाकर रास्ता दुरुस्त किया गया।
मूसलाधार बारिश से उफान पर अलकनंदा, शारदा नाथ घाट पूरी तरह जलमग्न
श्रीनगर गढ़वाल में मूसलाधार बारिश से अलकनंदा नदी उफान पर है। नगर क्षेत्र के अलकेश्वर, शारदा नाथ घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। नदी अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। सुरक्षा के दृष्टिगत नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए। वहीं घाटों पर न जाने की अपील की जा रही है। श्रीनगर में अलकनंदा नदी का खतरे का स्तर 536मीटर है। नदी अभी 534 मीटर पर बह रही है।
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 101 मार्ग बंद
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 101 मार्ग बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, बंद मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। सबसे अधिक 21 मार्ग चमोली जिले में बंद हैं। यहां एक राज्य और 20 ग्रामीण मार्ग बंद हैं, जबकि रुद्रप्रयाग में 11, उत्तरकाशी में नौ, नैनीताल में छह, बागेश्वर में पांच, देहरादून में 15, पिथौरागढ़ 16, चंपावत में दो, ऊधमसिंह नगर में दो और टिहरी जिले में 14 मार्ग बंद हैं।
मसूरी: बारिश और कोहरे से गिरा तापमान
पहाड़ों की रानी मसूरी में रविवार को भी बारिश हुई। साथ ही कोहरा छाने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शहर में सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस होने लगी है। बारिश के चलते पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। इससे होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।