आतंकवादियों के खात्मे के लिए भारत-अमेरिका में बन गया प्लान!

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) और अमेरिकी नेशनल इंटेलिजेंस प्रमुख तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) की दिल्ली में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक के दौरान भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते और आपसी हित से जुड़े मुद्दे पर गहनता से बातचीत हुई।
तुलसी गबार्ड कई देशों की यात्रा पर निकली हैं। इसी क्रम में वो भारत पहुंची थीं। गबार्ड रायसीना डायलॉग में भी शिरकत करेंगी। भारत की यात्रा के बाद तुलसी गबार्ड जापान और थाईलैंड की यात्रा पर जाने वाली हैं।
‘चाइल्ड ऑफ पैसिफिक’
तुलसी गबार्ड खुद को चाइल्ड ऑफ पैसिफिक बताती हैं। डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में शामिल होने के बाद गबार्ड की यह दूसरी विदेश यात्रा है। इससे पहले वो जर्मनी गई थीं, जहां उन्होंने म्यूनिक सेक्युरिटी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था।
रायसीना डायलॉग में लेंगी हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसी गबार्ड को रायसीना डायलॉग में शामिल होने के लिए न्योता दिया था। 18 मार्च को वो इसमें शिरकत करेंगी। इस सम्मेलन में गबार्ड भारत और अन्य देशों के अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। बता दें, रायसीना डायलॉग ऐसा मंच है, जहां जियोपॉलिटिक्स, जियोइकोनॉमिक्स से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
समीर सरन के साथ गबार्ड की होगी खास चर्चा
भारतीय थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के अध्यक्ष समीर सरन के साथ तुलसी गबार्ड मुलाकात करने वाली हैं और दोनों के बीच अहम चर्चा होगी। बता दें, रायसीना डायलॉग 17 से 19 मार्च तक चलेगा और इसकी मेजबानी ओआरएफ और विदेश मंत्रालय साथ मिलकर करता है।
अजीत डोभाल ने की बैठक की अध्यक्षता
एनएसए अजीत डोभाल की अध्यक्षता में हुई खुफिया प्रमुखियों के सम्मेलन में गबार्ड के अलावा शीर्ष कनाडाई खुफिया अधिकारी डैनियल रॉजर्स और ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-6 (MI-6) के प्रमुख रिचर्ड मूर भी मौजूद थे। सम्मेलन में आतंकवाद और उभरती प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न खतरों सहित विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित किया गया।