आम आदमी को मिली बड़ी राहत, सस्ता हुआ खाना-पीना

आम आदमी को बड़ी राहत मिली है। अब घर में बनने वाला वेज और नॉन वेज खाना दोनों की कीमतों में गिरावट आई है। इस बात की पुष्टि Crisil नामक संस्थान ने अपनी एक रिपोर्ट में की है। संस्थान ने ये आकलन खाना बनाने में लगने वाली सब्जी, तेल, दाल, मसाले और गैस की कीमत को देखते हुए किया है।
Crisil की रिपोर्ट की मानें तो घरों में बनने वाला वेज और नॉन वेज खाना सस्ता हो चुका है। इन दोनों की कीमत में गिरावट का कारण टमाटर को माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों से टमाटर की कीमत में लगातार गिरावट हो रही है।
इस रिपोर्ट की मानें तो मार्च 2024 में एक किलो टमाटर की कीमत 32 रुपये थी, जो मार्च 2025 में 20 रुपये प्रति किलो बेचा जा रहा था। इसका कारण दक्षिण भारत के टमाटर की खेती में हुई बढ़ोतरी को माना गया है। देश में टमाटर की खेती में 29 फीसदी की बढ़ोतरी आई है। हालांकि नॉन वेज थाली में गिरावट का कारण ब्रॉयलर चिकन की कीमत में गिरावट के कारण की वजह से है।
वेज और नॉन वेज थाली में आई कितनी गिरावट?
नॉन वेज थाली- वेज और नॉन वेज दोनों को ही बनाने की कॉस्ट कम हुई है। Crisil की रिपोर्ट की मानें तो फरवरी 2025 में नॉन वेज थाली की कीमत 57.4 रुपये थी। जो मार्च में घटकर 54.8 रुपये हो गई है। जिसका मतलब है कि एक नॉन वेज थाली बनाने की कीमत में 2.6 रुपये की गिरावट आई है।वेज थाली- इसके अलावा वेज थाली में पिछले 4 महीने से गिरावट आ रही है। नवंबर 2024 में एक वेज थाली बनाने की कीमत 32.7 रुपये थी। जो मार्च 2025 में 26.6 रुपये हो गई है। इसकी कीमत में गिरावट का कारण टमाटर के दाम में हो रही गिरावट को माना जा रहा है।
सालाना और महीने में होने वाला बदलाव- इस रिपोर्ट की मानें तो नॉन वेज थाली में साल के हिसाब से कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि महीने के अनुसार इसमें 5 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं वेज थाली में 2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
इसके साथ ही इस रिपोर्ट के जरिए ये सामने आया है कि मार्च 2025 में प्याज, आलू और टमाटर की कीमत में 5 फीसदी, 7 फीसदी और 8 फीसदी की गिरावट आई है।
वेज और नॉन वेज थाली में क्या हैं शामिल– ये माना गया है कि एक वेज थाली में दाल, रोटी, सब्जी, दही और सलाद शामिल किया गया है। वहीं नॉन वेज थाली में भी सभी चीजें समान हैं। इसमें दाल को चिकन से बदल दिया गया है।