कैथल सीआईए-1 पुलिस द्वारा सेवा सुरक्षा सहयोग के नारे को चरितार्थ करते हुए इंडोनेशिया में बंधक बनाए युवकों को सकुशल रेस्क्यू करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया तथा आरोपी एजेंट को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राजौंद थाना के तहत आने वाले एक गांव निवासी व्यक्ति की शिकायत अनुसार वह अपने बेटे को ऑस्ट्रेलिया भेजना चाहता था। साथ ही गांव का एक अन्य युवक भी विदेश जाना चाहता था, जिसके लिए उसने संडील निवासी संदीप से बातचीत की। संदीप व उसके अन्य साथी रमन, महेश और सोनू ने दोनों युवकों को विदेश भेजने के लिए 24-24 लाख रुपए मांगे। हालांकि युवकों के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद रुपए देने की बात तय हुई थी। 5 सितम्बर को दोनों युवकों को मुंबई भेज दिया तथा 6 सितंबर को मुंबई से इंडोनेशिया भेज दिया। युवकों को वहां पहुंचाने के बाद आरोपी उनसे रुपए मांगने लगे और युवकों से बातचीत भी नहीं करवाई।
शिकायतकर्ता अनुसार आरोपियों ने दोनों युवकों को बंधक बनाकर रखा हुआ है और उन्हें छोड़ने के नाम पर पैसे मांग रहे है। वह 8 लाख रुपए दे चुके है। युवकों को न तो ऑस्ट्रेलिया भेजा हैं और न ही उन्हें वापस ला रहे हैं। उल्टा दोनों के परिवारों को युवकों की मौत का भय दिखाकर ब्लैकमेल कर रहे है। जिस बारे थाना राजौंद में मामला दर्ज किया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि मामले की संज्ञीनता को देखते हुए एसपी राजेश कालिया ने सीआईए-1 पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा युवकों को रेस्क्यू करवाने बारे आदेश दिए गए थे। जो सीआईए-1 इंचार्ज पीएसआई अमन कुमार की अगुवाई में एसआई प्रदीप कुमार, एएसआई कमलजीत सिंह, एएसआई जसमेर सिंह, एचसी राकेश की टीम द्वारा नियमानुसार कार्रवाई करते हुए इंडोनेशिया से उक्त युवकों को रेस्क्यू करवाया गया तथा दिल्ली एयरपोर्ट पर सकुशल रिसीव करके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। जांच दौरान सीआईए-1 पुलिस के एएसआई जसमेर सिंह की टीम द्वारा आरोपी एजेंट प्रताप नगर पटियाला पंजाब निवासी महेश इंद्र मान को पटियाला से काबू कर लिया गया। उक्त युवको को आरोपी महेश द्वारा ही विदेश भेजा गया था। आरोपी वीरवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जिससे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।