इस दिन भूल से भी सरसों के तेल का ना करें प्रयोग वरना…
ज्योतिष मे शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। आप सभी को बता दें कि शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों का फल देते हैं। कहा जाता है अगर व्यक्ति के कर्म अच्छे हैं तो शनिदेव उसका शुभ परिणाम देते हैं, लेकिन अगर व्यक्ति के कर्म खराब हैं तो फिर उसे कष्ट भोगने पड़ते हैं। जी दरअसल शनि देव हमारे कर्मों के अनुसार ही दंड देते हैं। वहीं कुंडली में शनि दोष साढ़े साती या शनि की ढैया के रूप में सामने आता है। आप सभी को बता दें कि अगर ऐसा हो तो शनि मंत्रों का जाप करके कष्टों को कुछ कम कर सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ ज्योतिषों के अनुसार शनि दोष निवारण के लिए सबसे अच्छा उपाय है कि व्यक्ति हनुमान और महादेव की नियमित एवं मन से पूजा करे। जी दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमान जी को शनि का मुख्य आराध्य देव माना गया है और हनुमान के भक्तों पर शनि की विशेष कृपा बनी रहती है। वहीं इसके अलावा भी कुछ छोटे-छोटे उपाय शनि के कष्टों से राहत दिला सकते हैं। आज हम आपको उन्ही एक बारे में बताने जा रहे हैं।
– शनिवर के दिन खाना बनाने और सिर में डालने के लिए सरसों के तेल का प्रयोग बिल्कुल नहीं करें।
– शनिवार को मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं।
– शनिवार के दिन या हर दिन कौओं को दाना दें।
– शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाने से शनिदेव परेशान नहीं करते।
– हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ प्रत्येक शनिवार को याद से करना ही चाहिए।
– लकड़ी के कोयलों को शनिवार के दिन बहते हुए पानी में प्रवाहित करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
– शनिवार को पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और सरसों का दीपक जलाएं।