अध्यात्म

इस मंदिर में गढ़ा हुआ है भोलेनाथ का त्रिशूल, छिपे हैं कई राज

महाशिवरात्रि आने वाली है और उससे पहले हम आपको भोले बाबा के उस मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो रहस्य से भरा हुआ है। जी दरसल हम बात कर रहे हैं उस मंदिर के बारे में जो चमोली उत्तराखंड में मौजूद है। आपको बता दें कि इस मंदिर को गोपीनाथ के मंदिर से जाना जाता है। जी हाँ और यहाँ पर 24 दरवाजों वाला एक अद्भुत गुबन्द है और यहाँ पर शिव जी की पूजा होती है।

कहते है कि यहाँ पर शिवजी की पूजा करने मात्र से या इस मंदिर के दर्शन मात्र से ही लोगों की इच्छा पूरी हो जाती है। ऐसी भी मान्यता है कि शिवजी हमेशा उन लोगों पर कृपा बनाते है जो यहाँ पर सच्चे मन से जाते हैं। आप सभी को जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में एक पांच मीटर का त्रिशूल भी मौजूद है और लोग उसकी पूजा करते है। कहते है कि यह शिव जी का त्रिशूल है और इसी वजह से इस त्रिशूल की पूजा करने के लिए लाखों लोग बाहर से आते हैं। वहीं यहाँ पर आने वाला कोई भी इंसान त्रिशूल को उठा या हिला नहीं सकता है।

कहा जाता है यह इतना भारी है कि आज तक इसे कोई हिला नहीं पाया है। वहीं इस त्रिशूल की ख़ास बात यह है कि यहाँ पर हर कोई इस त्रिशूल को अपना इष्ट मानता है और जो लोग शिवजी को मानते है वो यहाँ पर गोपीनाथ के मन्दिर में इस त्रिशूल की पूजा करने जरुर आते है। कहा जाता है इस मंदिर से कभी कोई खाली हाथ नहीं गया।

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