इस हफ्ते कैसी रहेगी निफ्टी की चाल, क्रैश होगी या फिर लाएगी तेजी? एक्सपर्ट से आज ही समझ लीजिए

पिछले हफ्ते शेयर बाजार (Stock Market) में 0.41% की मामूली गिरावट देखी गई। जिसके चलते निफ्टी 169 पॉइंट गिरकर 25, 461 पर बंद हुआ। इसमें 0.66% की गिरावट दर्ज हुई। इसके पीछे ईरान और अमेरिका बीच बढ़े जियोपॉलिटिकल तनाव (geopolitical tensions) को माना जा रहा है। हालांकि, सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी 4 जुलाई को मार्केट (Sensex) बंद होने तक निफ्टी में हल्का सुधार देखने को मिला। ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर अगले हफ्ते Nifty और Bank nifty की चाल क्या रहने वाली है? चार्ट क्या कह रहा है? रेजिस्टेंस और सपोर्ट लेवल क्या रहने वाला है? 7 जुलाई को मार्केट खुलने से एक दिन पहले बता रहे हैं आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल…
मार्केट में जोश
मई 2025 की तरह जून में भी शेयर मार्केट ज्यादा ऊपर-नीचे नहीं हुआ। निफ्टी एक खास दायरे में ही रहा। ईरान और इजराइल के बीच चल रहे तनाव के बावजूद निफ्टी ना तो बहुत गिरा और ना ही बहुत चढ़ा। जून के आखिरी हफ्ते में बड़ा बदलाव आया। डोनाल्ड ट्रम्प ने सीजफायर की घोषणा की, जिससे मार्केट में जोश भर गया। इसकी वजह से निफ्टी 25,300 के अहम रेजिस्टेंस लेवल को तोड़कर ऊपर गया। महीने का अंत करीब 3% की बढ़त के साथ मजबूत रहा।
तेजी के संकेत
हमने पहले बताया था कि 25,300–25,600 के ऊपर जाना निफ्टी के लिए तेजी का संकेत हो सकता है। निफ्टी 25,300 के पार तो गया, लेकिन 25,600 के ऊपर स्थिर नहीं हो पया। अगर यह 25,600 के ऊपर टिकता है, तो 25,800 से 26,000 तक की रैली हो सकती है। लेकिन अगर निफ्टी 25,250 से नीचे चला जाता है, तो यह तेजी टूट सकती है। इससे मार्केट में गिरावट आ सकती है, और निवेशक मुश्किल में फंस सकते हैं।
निवेशकों को सलाह
अगले कुछ दिन निफ्टी की दिशा तय करने के लिए बहुत जरूरी हैं। मार्केट का माहौल अभी अच्छा है, लेकिन यह जल्दी बदल भी सकता है। ट्रेडर्स को सलाह है कि वे अच्छे स्टॉक्स पर ध्यान दें, कम मात्रा में ट्रेड करें और स्टॉप-लॉस का सख्ती से पालन करें। स्टॉप-लॉस लगाने से नुकसान को कम किया जा सकता है। साथ ही, मार्केट की खबरों पर नजर रखें, क्योंकि जियोपॉलिटिकल खबरें मार्केट को प्रभावित कर सकती हैं। सावधानी और स्मार्ट ट्रेडिंग इस समय सबसे जरूरी है।
रेजिस्टेंस और सपोर्ट लेवल का मतलब क्या?
इस हफ्ते रेजिस्टेंस लेवल 25,600-26,000 और सपोर्ट लेवल 25,250–24,500 के बीच रह सकता है। अब सवाल यह है कि आखिर रेजिस्टेंस लेवल होता क्या है। दरअसल, यह एक ऐसा प्राइस लेवल है, जहां किसी स्टॉक या इंडेक्स के लिए बिक्री बढ़ने की उम्मीद होती है। इससे कीमत और बढ़ने से रुक जाती हैं। वहीं सपोर्ट लेवल एक ऐसा प्राइस लेवल होता है, जहां किसी स्टॉक या इंडेक्स के लिए मांग बढ़ने की उम्मीद होती है। इससे कीमत और गिरने से रुक जाती है।