सिंचाई विभाग ने सहसपुर ब्लाक के ढूंगा गांव में स्वारना नदी पर बांध बनाने की तैयारी कर रहा है। इस बांध के बनने से 53 गांव में पेयजल व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। योजना पर तीन सौ करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी।
बांध निर्माण के लिए करीब 42 हेक्टेयर वन भूमि की जरूरत होगी। ऐसे में वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया को भी शुरू किया गया है। सिंचाई विभाग ने बांध बनाने का खाका खींचा है, इसमें बांध की ऊंचाई 73.1 मीटर होगी। इससे प्रतिदिन 16 एमएलडी पानी मिल सकेगा।
इससे सहसपुर क्षेत्र के 53 गांवों के सवा लाख से अधिक लोगों के लिए पेयजल की व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। सिंचाई विभाग ने बांध की डीपीआर को तैयार करने के साथ अन्य प्रक्रियाओं को भी शुरू किया है। बांध की ऊंचाई 15 मीटर से अधिक है, ऐसे में केंद्रीय जल आयोग से इंटरस्टेट क्लियरेंस प्राप्त करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
बांध के लिए देहरादून वन प्रभाग के अंतर्गत आने वाली वन भूमि की जरूरत होगी। ऐसे में वन भूमि हस्तांतरण को लेकर भी प्रक्रिया शुरू की गई है। सूत्रों के अनुसार, पहले बांध पर दो सौ करोड़ रुपये खर्च का अनुमान था। बाद में संशोधित एस्टीमेट 302 करोड़ का बनाया गया है। इस बांध का नाम पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर होगा।
पेयजल व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बांध की योजना बनाई गई है। प्रयास है कि निर्माण से पहले जो भी औपचारिकताएं हैं, उसे पूरा करने के बाद जल्द निर्माण कार्य को शुरू किया जाएगा। -आर राजेश कुमार, सचिव सिंचाई विभाग