पंजाबराज्य

एसजीपीसी की चंडीगढ़ में बैठक : अध्यक्ष धामी के इस्तीफे पर आ सकता है फैसला

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अहम बैठक चंडीगढ़ में हो रही है। बैठक में एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे फैसला आने की उम्मीद है।

चडीगढ़ में आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की कार्यकारिणी की अहम बैठक हो रही है। बैठक में प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे पर कोई फैसला लिया जा सकता है। सभी की नजरें इस बैठक पर बनी हुई हैं। जत्थेदारों को हटाने के बाद एसजीपीसी की यह पहली बैठक है। चर्चा है कि इस बैठक में धामी के इस्तीफे को मंजूर कर कार्यवाहक प्रधान की नियुक्ति की जा सकती है। एडवोकेट धामी साफ कर चुके हैं कि वह अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। ऐसे में बैठक में उनके इस्तीफे को लेकर चर्चा के बाद फैसला लिया जा सकता है।

अकाली दल के सदस्यता अभियान को लेकर राजनीतिक गरमाई
इधर, श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों पर गठित कमेटी ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का सदस्यता अभियान शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है, जिसे लेकर राजनीति गरमाई गई है। पांच सदस्यीय कमेटी के सदस्यत मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि शिअद को मजबूत करने के लिए वह 18 मार्च को श्री अकाल तख्त साहिब में अरदास के बाद सुबह 11 बजे से सदस्यता अभियान शुरू करेंगे, जिसे लेकर उन्होंने बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं, पंथ हितैशी व पंजाबियों से इस अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की है।

वहीं शिअद ने आरोप लगाया है कि कमेटी के पास सदस्यता अभियान चलाने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्रीय एजेंसियों के शह पर अकाली दल को सिर्फ नुकसान पहुंचाने के लिए यह अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसे जरिये नई पार्टी के गठन की साजिश रची जा रही है।

अकाल तख्त साहिब के आदेशों के तहत अभियान शुरू
कमेटी के सदस्य मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि वह पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं, जिसमें उनका कोई निजी स्वार्थ नहीं है। यही कारण है कि वह 2 दिसंबर के अकाल तख्त साहिब के आदेशों के अनुरूप ही यह अभियान शुरू करने जा रहे हैं।

कमेटी को अभियान शुरू करने का कोई अधिकार नहीं
वहीं शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के आदेशों की आड़ में यह सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है, जबकि आदेशों में कमेटी को अभियान शुरू करने का कोई अधिकार नहीं दिया गया। सिर्फ सदस्यता अभियान की निगरानी करने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि अकाली दल सभी पांच सदस्यों को अभियान के लिए पर्यवेक्षक लगाया, लेकिन आज तक इन्होंने न तो कोई रिकार्ड मांगा।

यह अभियान की निगरानी के लिए शिअद के ऑफिस तक नहीं। अयाली ने कहा कि सदस्यता अभियान के लिए कमेटी ने जो पर्ची जारी की है, उस पर पार्टी का पूरा नाम तक नहीं है। साथ ही पार्टी का ऑफिस एड्रेस और फोन नंबर भी नहीं है। अयाली ने कहा कि साजिश का यहीं से पता चल रह है कि एक पूर्व जत्थेदार कह रहे हैं कि महाराष्ट्र की तरह उनको एकनाथ शिंदे बनना है।

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