जीवनशैली

एसिडिटी और बदहजमी ने कर दिया है परेशान? डाइट में शामिल करें 5 सीड्स

World Digestive Health Day 2025 के मौके पर हम आपको ऐसे 5 सीड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें डाइट का हिस्सा बनाने से न सिर्फ एसिडिटी और बदहजमी से छुटकारा मिल जाएगा बल्कि पेट से जुड़ी कुछ और समस्याएं भी आपसे दूरी बना लेंगी। सबसे खास बात है कि इनमें से ज्यादातर सीड्स (Seeds For Digestion) आपको अपने किचन में ही मिल जाएंगे।

क्या आपको भी अक्सर खाना खाने के बाद पेट में जलन, खट्टी डकारें या भारीपन महसूस होता है? अगर हां, तो आर्टिकल आपको जरूर पढ़ना चाहिए। दरअसल, एसिडिटी और बदहजमी आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी का एक आम हिस्सा बन गए हैं। खराब खान-पान, अनियमित दिनचर्या और तनाव अक्सर इन समस्याओं को जन्म देते हैं।

ऐसे में, 29 मई को मनाए जाने वाले World Digestive Health Day 2025 के इस खास मौके पर, हम आपको बताएंगे 5 ऐसे सीड्स के बारे में, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप इन परेशानियों से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानें।

सौंफ के बीज (Fennel Seeds)
सौंफ सिर्फ माउथ फ्रेशनर नहीं है, बल्कि यह पाचन के लिए एक शानदार औषधि है। इसमें मौजूद एनेथोल (Anethole) नामक एंजाइम पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है, जिससे खाना आसानी से पचता है। सौंफ की तासीर ठंडी होती है, जो एसिडिटी और पेट की जलन को शांत करने में मदद करती है। यही वजह है कि खाना खाने के बाद सौंफ चबाना फायदेमंद माना जाता है। आप चाहें, तो डिनर के बाद इसकी चाय को भी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

चिया सीड्स (Chia Seeds)
ये छोटे-छोटे बीज पोषक तत्वों का पावरहाउस होते हैं। चिया सीड्स घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पानी को सोखकर जेल बनाते हैं। यह जेल पाचन तंत्र में एक चिकनी परत बनाता है, जिससे खाना आसानी से आगे बढ़ता है और कब्ज की समस्या दूर होती है। फाइबर पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे आप ओवरईटिंग से बचते हैं। इसलिए डाइजेशन को हेल्दी रखने के लिहाज से चिया सीड्स भी आपकी डाइट में शामिल होने चाहिए। आप चिया सीड्स को रात भर पानी में भिगोकर छोड़ दें और फिर सुबह इसे खाएं। इसके अलावा, आप स्मूदी या दही में मिलाकर भी इन्हें खा सकते हैं।

अलसी के बीज (Flax Seeds)
अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। ओमेगा-3 सूजन को कम करने में मदद करता है, जो एसिडिटी और आईबीएस (Irritable Bowel Syndrome) जैसी पाचन से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है। इसका फाइबर भी पाचन को सुचारु बनाता है। इसके लिए आप अलसी के भुने हुए बीजों को पीसकर पाउडर बना लें और फिर इसे सलाद, दही या सब्जियों पर छिड़ककर खाएं।

जीरा (Cumin Seeds)
जीरा सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह गैस और सूजन को कम करने में मदद करता है। जीरा पानी में भिगोकर पीने से या जीरा पाउडर का सेवन करने से डाइजेशन बूस्ट होता है और पेट हल्का महसूस होता है। ऐसे में, आप एक गिलास पानी में आधा चम्मच जीरा डालकर उबालें और फिर इसे ठंडा करके छानने के बाद ही पिएं। इसके अलावा खाने में भी जीरे का इस्तेमाल करने से डाइजेशन हेल्दी बना रहता है।

मेथी दाना (Fenugreek Seeds)
मेथी दाना अपने कड़वे स्वाद के लिए जाना जाता है, लेकिन यह पाचन से जुड़ी कई समस्याओं का रामबाण इलाज है। इसमें म्यूसिलेज नामक एक्टिव होता है जो पेट की अंदरूनी परत को शांत करता है और एसिडिटी से राहत दिलाता है। इसके साथ ही, यह कब्ज और सूजन को भी कम करता है। इसलिए, रात को एक चम्मच मेथी दाना पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट इस पानी को पीकर दाने चबा लें।

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