कन्नौज एक्सीडेंट: स्लीपर बस के उड़ गए थे परखच्चे, 47 का था परमिट…सवारियां थीं 50
कन्नौज जिले में हादसे के बाद स्लीपर बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और बस लखनऊ की ओर मुड़ गई। हादसे की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े। यूपीड़ा सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने घायलों को बाहर निकाला। एक्सप्रेसवे पर खून ही खून दिखाई दे रहा था।
राज कल्पना ट्रैवल्स की स्लीपर बस दोपहर एक बजे तेज गति से सकरावा क्षेत्र के किलोमीटर संख्या 140 पर पौधों में पानी डाल रहे टैंकर में पीछे से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि टैंकर डिवाइडर तोड़ कर दूसरी लेन में जाकर पलट गया, जबकि बस के परखच्चे उड़ गए और घूमकर लखनऊ की तरफ हो गई। सूचना पर पर यूपीडा की टीम व 112 पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को निकालकर सौरिख सीएचसी, तिर्वा मेडिकल कॉलेज और सैफई मेडिकल कॉलेज भिजवाया।
हादसे के बाद मची चीखपुकार
सौरिख। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बस हादसे के समय ज्यादातर सवारियां नींद में थी और कुछ सवारियां मोबाइल फोन चलाने में व्यस्त थी। हादसा होते ही चीखपुकार मच गई। घटना के बाद खिड़की लॉक होने से सवारियां शीशों की साइड व सामने से कूदकर बाहर निकलीं। मौके पर पहुंची यूपीडा सुरक्षा टीम ने बस की लॉक खिड़कियां तोड़कर सवारियों के अलावा उनका सामान बस के अंदर व डिग्गी से बाहर निकाला।
सूचना पर पहुंची 12 एंबुलेंस
हादसे की सूचना पर एक्सप्रेस वे के यूपीडा की दो, आरबीजीएल की दो व आईडीसीसी की एक एंबुलेंस, सेफ्टी टीम की गाड़ियां समेत जनपद के अधिकांश अस्पतालों की एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई और घायलों को सौरिख, तिर्वा और मेडिकल काॅलेज सैफई में भर्ती कराया गया।
47 का था परमिट, सवारियां थीं 50
हादसे वाली स्लीपर बस का एक माह पहले ग्वालियर जनपद के एआरटीओ कार्यालय में पंजीकरण हुआ था। बस में चालक समेत 47 का परमिट था जबकि सवारियां बैठी थीं 50। एक सवारी अधिक पकड़े जाने पर चार हजार का जुर्माना लगाया जाता है। सीओ छिबरामऊ ओमकार नाथ शर्मा ने बताया कि बस की पूरी जांच की जा रही है।
बस की बॉडी एसी डीलक्स थी
आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे वे सकरावा थाना क्षेत्र में हादसे वाली स्लीपर बस एमपी 07-21-7009 बस का राजकमल ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से ग्वालियर जनपद के एआरटीओ कार्यालय में 29 अक्तूबर को पंजीयन कराया गया था। बस की बॉडी एसी डीलक्स थी। बस की फिटनेस 28 अक्तूबर 2026 तक वैध है। बस का बीमा 29 जुलाई 2025 तक का था। स्लीपर बस का टैक्स 31 दिसंबर 2024 तक जमा है। बस का वजन 5,795 किलोग्राम है। स्लीपर बस में नीचे बैठने के लिए चालक समेत 21 सवारियां और ऊपर 26 सवारियां के लिए स्लीपर है। इस प्रकार कुल 47 सवारियों के बैठने का पंजीकरण था, जबकि हादसे के समय 50 सवारियां थी।
दो महीने पहले ही खरीदी गई थी बस
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी इज्या तिवारी ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर यूपीडा के टैंकर से टकराने वाली बस दो माह पहले ही खरीदी गई थी। जिसका पंजीकरण 26 अक्तूबर को कराया गया था। बस की फिटनेस, बीमा समेत सभी अभिलेख पूर्ण थे। ओवर स्पीड में एक्सप्रेसवे पर बस का एक बार पहले भी चालान हो चुका है। बस में बैठे यात्री ओवर स्पीड में होने का आरोप लगा रहे है, सीसीटीवी के माध्यम से इसकी जांच कराई जाएगी।
एक्सप्रेसवे पर टैंकर से टकराकर पलटी थी बस
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लखनऊ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर लगे पौधों में पानी दे रहे टैंकर से जा टकराकर पलट गई। हादसे में बस में सवार आठ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक सवारियां घायल हो गईं। गंभीर रूप से घायल 19 यात्रियों को ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई में भर्ती कराया गया है। मामूली रूप से घायल लोगों को रोडवेज बस से दिल्ली के लिए रवाना किया गया तो कई लोग निजी वाहनों से चले गए।
यात्रियों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला
शुक्रवार दोपहर एक बजे के राज कल्पना ट्रैवल्स कंपनी दिल्ली की स्लीपर बस करीब 50 यात्रियों को लेकर लखनऊ से दिल्ली जा रही थी। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सकरावा थाना क्षेत्र के अंतर्गत किलोमीटर 141 पर मिश्राबाद गांव के सामने चालक को झपकी आने से बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर के पौधों में पानी दे रहे यूपीडा के टैंकर से टकराकर पलट गई। हादसे के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद ग्रामीणों व यूपीडा की टीम ने बस में फंसे घायल यात्रियों को शीशे तोड़कर बाहर निकाला।
आठ की मौत और 40 घायल
घायलों को यूपीडा व 108 एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौरिख व ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान सैफई भेजा गया। बस में सवार लखनऊ के बंगला बाजार अंतर्गत जे-304 आशियाना निवासी धर्मेंद्र वार्ष्णेय व उनकी पत्नी अंकुर बॉबी, लखनऊ के गोमती नगर में फ्लैट नंबर टी-9/1301 बीबीडी ग्रीन सिटी निवासी गिरीश यादव, जनपद हरदोई के थाना मल्लावां अंतर्गत ग्राम अकबरपुर निवासी राहुल कुमार, हरदोई के मल्लावां निवासी पूरन, राजस्थान के झुंझनू निवासी प्रेम सिंह, अकाल जोत सिंह तथा पौधों में पानी दे रहा कन्नौज के सौरिख थाना क्षेत्र के नगला सरदार निवासी ऋषि यादव की मौत हो गई।
एक्सप्रेसवे पर यातायात बाधित हो गया था
उधर से गुजर रहे प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने घायलों को अस्पताल भिजवाया। मौके पर तिर्वा विधायक कैलाश सिंह राजपूत, डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल, एसपी अमित कुमार आनंद, एसडीएम उमाकांत तिवारी, सीओ ओमकार नाथ शर्मा, सकरावा थाना प्रभारी प्रमोद तिवारी, सौरिख थाना प्रभारी जयप्रकाश शर्मा, छिबरामऊ कोतवाल अजय कुमार अवस्थी पहुंचे और घायलों को करीब 12 एंबुलेंस से सैफई व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौरिख भिजवाया। एसपी ने बताया कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं। हादसे के बाद कुछ देर के लिए एक्सप्रेसवे पर यातायात बाधित हो गया था, जिसे खुलवा दिया गया।