उत्तरप्रदेशराज्य

काशी विश्वनाथ धाम: सवा पांच लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा के दर्शन

महाकुंभ का पलट प्रवाह होने से काशी में भक्तों की भारी भीड़ हो रही है। गंगा घाटों से लेकर मंदिरों और सड़कों तक श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। सोमवार को सवा पांच लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।

बाबा विश्वनाथ धाम में सोमवार को करीब सवा पांच लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। भीड़ आम दिनों की अपेक्षा सोमवार को शहर में अधिक रही लेकिन बाबा के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में कमी हुई। माना जा रहा है कि भीड़ के चलते लोग लाइन में लगने से कतराते रहे। हालांकि, दश्वाश्मेध घाट और अस्सी घाट पर आरती के लिए भीड़ आम दिनों की अपेक्षा कई गुना पहुंच गई। इन दोनों घाट पर शाम को करीब एक लाख से अधिक भक्त आरती में शामिल हुए।

मेघालय के राज्यपाल सीएच विजयशंकर ने किए दर्शन
मेघालय के राज्यपाल सीएच विजयशंकर ने सोमवार को पत्नी बबीता के साथ काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। इसके बाद मां अन्नपूर्णा मंदिर गए। वहां मां के विग्रह के दर्शन किए। भ्रमण के दौरान विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने काशी विश्वनाथ मंदिर के निर्माण से लेकर विभिन्न देवस्थानों विग्रह और काशी के इतिहास और विशेष कर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बारे में राज्यपाल को बताया। उन्होंने ललिता घाट स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के भी दर्शन किए। ललिता घाट पर मां गंगा का पूजन अर्चन किया।

प्रदोष तिथि पर बाबा विश्वनाथ धाम में हुआ रुद्राभिषेक और नंदीश्वर पूजन
माघ मास शुक्ल पक्ष की प्रदोष तिथि पर सोमवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में विधि-विधान से पूजन अर्चन हुआ। बाबा का रुद्राभिषेक हुआ। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सीईओ विश्वभूषण, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण एवं ओएसडी उमेश सिंह ने धाम में स्थित श्री अविमुक्तेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया। संकल्प पाठ हुआ। इस दौरान रुद्र मंत्रोच्चार से धाम गुंजायमान रहा। न्यास की ओर से संकल्पित हर सोमवार को रुद्राभिषेक व आराधना की जाती है।

वहीं, प्रदोष तिथि पर नंदीश्वर पूजन भी हुआ। मान्यता है कि प्रदोष काल में नंदी भगवान के दर्शन करने चाहिए। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। उधर, माघ मास की त्रयोदशी पर ही कैथी स्थित मार्कंडेय महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए भीड़ रही। पूर्वांचल भर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे थे। उन्होंने बाबा के दर्शन किए। महाकुंभ मेला में जाने वाले सभी वाहनों को कैथी टोल प्लाजा पर रोक दिए जाने से सभी श्रद्धालुओं ने कैथी संगम में ही स्नान कर मार्कंडेय महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया।

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