केंद्र सरकार ने किया दावा- त्यौहार के सीजन में दाल और प्याज की कीमतों में वृद्धि नहीं होगी
केंद्र सरकार ने दावा किया है कि त्यौहार के सीजन में आवश्यक चीज खासकर दाल और प्याज की कीमतों में वृद्धि नहीं होगी। सरकार का दावा है कि दालों और प्याज का पर्याप्त भंडार है। हालांकि, कई राज्यों में बारिश की वजह से टमाटर की कीमतों में कुछ इजाफा हो सकता है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में 43 लाख टन दाल और ढाई लाख टन प्याज का बफर स्टॉक है। इसमें से 88 हजार टन दाल केंद्र ने बाजार दाम से आठ रुपये प्रति किलो कम कीमत पर राज्यों को उपलब्ध कराई है।
दालों की कीमत स्थिर रहेंगी: रोहित कुमार सिंह ने कहा कि देश में सभी तरह की दालों का बफर स्टॉक है। यह स्टॉक पूरे देश के लिए पर्याप्त है। राज्यों से कहा गया है कि वह अपनी कल्याणकारी योजनाओं के लिए बाजार से कम कीमत पर दाल खरीद सकते हैं। इसी तरह देश में ढाई लाख टन प्याज का स्टॉक है। उन्होंने कहा कि प्याज को बहुत दिनों तक नहीं रखा जा सकता, इसलिए राज्य सरकारों से कहा है कि वह पीडीएस के जरिए कम कीमत पर प्याज बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई राज्य सरकारों ने इस बारे में दिलचस्पी दिखाई है।
प्याज भंडार के लिए नई तकनीक पर विचार
रोहित कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार प्याज को ज्यादा वक्त तक रखने के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ चर्चा कर रही है। उन्होंने कहा कि रेडिएशन के जरिए प्याज को कुछ और वक्त तक रखा जा सकता है। पर इस बारे में अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
टमाटर के दाम बढ़ने की आशंका
त्योहार के सीजन में टमाटर की कीमतों में वृद्धि के बारे में सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह बहुत जल्दी खराब होने वाली वस्तु है। इस बारे में कुछ भी यकीनी तौर पर नहीं कहा जा सकता, क्योंकि इसकी कीमत स्थानीय दरों सहित कई कारकों पर निर्भर करती है।
खाद्य तेल के दाम 30 रुपये प्रति लीटर से अधिक घटे
महंगाई को काबू में रखने के लिए केंद्र ने पिछले छह माह में खाद्य तेल और दाल सहित कई अनाजों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास किए हैं। इसमें खाद्य तेल के आयात पर शुल्क में कमी, गेहूं-चावल के निर्यात पर पाबंदी के साथ बड़ी मात्रा में दाल का आयात शामिल है। इससे पिछले तीन माह में खाद्य तेल के दाम 30 रुपये प्रति लीटर से अधिक घटे हैं।