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कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भी मास्क से परहेज, नहीं हो रहा नियमों का पालन

कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार जनपद में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने भी शासन के आदेश पर लोगों को मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलने के लिए कहा गया है।

मास्क न पहनने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आने के भी आदेश दिए हैं। आदेशों के बावजूद भी लोग मास्क से परहेज कर रहे हैं। बाजार हो या फिर अस्पताल लोग बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं।

मंगलवार को मास्क की अनिवार्यता को लेकर पहला दिन था लेकिन पहले दिन इस सख्ती सड़कों व बाजारों में कोई असर दिखाई नहीं दिया न ही किसी स्थान पर मास्क न पहनने वालों को रोकाटोका गया। कहीं कोई चेकिंग व्यवस्था भी दिखाई नहीं दी। इतना जरूर हुआ कि जिला मुख्यालय में सभी अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर बिना मास्क प्रवेश वर्जित के पंप्लेट्स चस्पा कर दिए गए।

इतना ही नहीं कई अधिकारियों ने कई लोगों के बिना मास्क प्रवेश करने पर दफ्तर से बाहर भी निकाल दिया। जिला मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के प्रवेश द्वार पर बनी कोविड हेल्पडेस्क भी को सक्रिय कर दिया गया। यहां प्रवेश करने वाले लोगों का तापमान नापने के साथ ही हेंडसेनेटाइज के लिए भी टोका गया।

अस्पताल में लापरवाह नजर आए मरीज
मंगलवार को एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में मरीज बिना मास्क लगाएं पहुंचे। यहां ओपीडी से लेकर इमरजेंसी कक्ष तक मरीजों के बीच सामाजिक दूरी और मुंह से मास्क गायब नजर आ रहे हैं। इस दौरान मरीज एक-दूसरे से सटकर खड़े रहे। अस्पताल में दवाई वितरण केंद्र पर भी मरीज बिना सामाजिक दूरी के खडे़ रहे। इसके अलावा जांच और एक्सरे करवाने की लाइन में लगे मरीजों के मुंह पर से मास्क गायब दिखे। यहां सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई रोकटोक दिखाई नहीं दी।

सड़क पर निकल रहे लोग
शासन, प्रशासन की तरफ से मास्क लगाना अनिवार्य किए जाने के खबरों के बावजूद लोग बिना मास्क लगाए बाहर निकल रहे हैं। अतिव्यस्त मोहन नगर पर लोग बिना मास्क लगाए नजर आए। एक साथ तीन से चार लोगों के समूह में भी किसी ने मास्क नहीं लगाया था।

नियमों का पालन नहीं हो रहा
रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर भी लोग कोरोना को भूले नजर आ रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर न हाथ सेनेटाइज करने की व्यवस्था है और न ही कोई मास्क को लेकर रोकटोक। वहीं, पुराना बस अड्डा परिसर हो या फिर बसों के अंदर कहीं पर भी यात्री मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे।

संक्रमित मिलने के बाद पूरा स्कूल बंद नहीं होगा
स्कूलों में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद अब पूरा स्कूल नहीं बंद होगा। मंगलवार को डीपीएस साहिबाबाद स्कूल में सीबीएसई स्कूल प्रबंधकों एवं प्रधानाचार्यों के साथ हुई बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप द्विवेदी ने यह बात कही। कार्यक्रम में स्कूल के प्रधानार्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस कक्षा में भी किसी छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो स्कूल प्रबंधन इसकी सूचना सीएमओ को देंगे।

इसके बाद उस कक्षा के सभी बच्चों का कोरोना आरटीपीसीआर की जांच कराई जाएगी। इस दौरान यदि कोई अन्य छात्र संक्रमित मिलता है तो उसे छुट्टी दी जाएगी। इसके अलावा पूरे स्कूल का संचालन जारी रहेगा। इस दौरान प्रधानाचार्यों ने कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि जिस भी सरकारी छुट्टी के आदेश होते हैं सभी निजी स्कूलों को स्कूल बंद करने होंगे।

स्कूल की निदेशिका ज्योति गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल के बाद एक लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुले हैं और लोग नहीं चाहते कि स्कूल बंद हो, ऐसे में यह चर्चा जरूरी थी। इंडिपेंडेंट स्कूल फेडरेशन के अध्यक्ष सुभाष जैन ने कहा कि बैठक में कोरोना संबंधित अहम मुद्दे पर चर्चा हुई है, सभी स्कूलों को मेल के जरिए सूचित कर दिया जाएगा जिससे बेवजह स्कूल बंद न हो। बैठक में गुलशन भांवरी, अरुणाभ सिंह सहित स्कूलों के निदेशक शामिल रहे।

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