उत्तराखंड में कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी तो प्रतिबंध बढ़ाए जाएंगे। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोरोना केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। उत्तराखंड में पिछले दिनों कोरोना संक्रमण में अचानक हुई बढ़ोतरी के बाद सोमवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई।
इस दौरान राज्य में कोरोना वायरस, संक्रमितों की स्थिति और गंभीरता को लेकर चर्चा की गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के बावजूद अभी गंभीर मरीजों की संख्या नहीं के बराबर है। ऐसे में जिला प्रशासन को स्थिति का निरंतर आकलन करने, अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार करने और भीड़ नियंत्रण के उपाय करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा गया है।
इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य डॉ.पंकज पांडेय ने बताया कि सोमवार को कई स्तर पर कोरोना के मद्देनजर बैठकें की गईं। उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण बढ़ने के बावजूद अभी गंभीर मरीज बहुत कम हैं। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। यदि संक्रमण बढ़ने के साथ ही गंभीर मरीज बढ़ते हैं तो सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल सभी जिलाधिकारियों को पूर्व की एसओपी के तहत कदम उठाने को कहा है। बैठक में सभी विभागों के आला अफसर मौजूद रहे।
उत्तराखंड में सोमवार को कोरोना से संक्रमित 189 नए मरीज मिले जबकि 104 लोग भी स्वस्थ हुए। राज्य में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या अब तीन लाख 45 हजार 653 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को देहरादून में 71, पौड़ी में 44, यूएसनगर में 22, नैनीताल में 18, हरिद्वार में 12, अल्मोड़ा में नौ, पिथौरागढ़ में छह, टिहरी में 4 जबकि चमोली, चम्पावत, उत्तरकाशी में एक-एक मरीज मिला।
विभिन्न जिलों में 104 मरीजों के पूरी तरह ठीक होने से एक्टिव मरीजों की संख्या 523 रह गई है। सोमवार को 15 हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट आई जबकि 17 हजार से अधिक सैंपल जांच को भेजे गए। राज्य में संक्रमण दर 1.22 प्रतिशत जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 95.88 प्रतिशत चल रही है। बीते कुछ दिनों में संक्रमण बढ़ने से एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ी है।