कारोबार

कौन बनाएगा खूंखार लड़ाकू विमान? पहली बार प्राइवेट कंपनियों को निर्माण का मौका

भारत सरकार ने डिफेंस सेक्टर में एक अहम फैसला लेते हुए प्राइवेट कंपनियों को भी फाइटर जेट के निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया है। सरकार के फैसले से डिफेंस सेक्टर में सक्रिय कुछ प्राइवेट कंपनियों को बड़ा फायदा हो सकता है. इनमें बाबा कल्याणी ग्रुप की कंपनी भारत फोर्ज,टाटा एडवांस सिस्टम लिमिटेड, एल एंड टी और अदाणी ग्रुप की कंपनियां शामिल हैं. दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्रॉफ्ट (AMCA) प्रोग्राम के डेवलपमेंट से जुड़े फ्रेमवर्क को मंजूरी दे चुके हैं। खास बात है कि इसमें पहली बार प्राइवेट और सरकारी, दोनों क्षेत्रों की कंपनियों को 5.5 जनरेशन के फाइटर जेट प्रोटोटाइप की मैन्युफैक्चरिंग के लिए बिड प्रोसेस में भाग लेने के समान अवसर मिलेंगे. इससे पहले सिर्फ HAL यानि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, देश में फाइटर जेट का निर्माण करती आई है, जिसने तेजस जैसे हल्के लड़ाकू विमान को विकसित किया है.

भारत फोर्ज पहले से भारतीय सेना को ट्रक, आर्टिलरी टैंक समेत अन्य सैन्य उपकरण मुहैया कराती है. इसके अलावा, टाटा एडवांस सिस्टम और अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस भी मिलिट्री इक्यूपमेंट के निर्माण में सक्रिय हैं. वहीं, एल एंड टी ग्रुप भी आर्टिलरी गन और मिसाइल सिस्टम का निर्माण करता है. सरकार की ओर से फाइटर जेट निर्माण के प्रोग्राम में शामिल होने की मंजूरी मिलने से इन कंपनियों की सैन्य सामग्री की मांग देश के अलावा विदेशों में भी बढ़ सकती है।

डिफेंस सेक्टर में भारत फोर्ज का दबदबा

भारत फोर्ज, प्राइवेट सेक्टर की एक अहम डिफेंस कंपनी है, जो भारतीय सेना और ग्लोबल आर्म्ड फोर्सेज की जरूरतों को पूरा करने के लिए सैन्य साजो-सामान बनाती है।

TASL बना रही एयरोप्लेन

टाटा संस की कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) भी भारत में एयरोस्पेस और डिफेंस सॉल्युशन के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेयर है। यह कंपनी एयरोस्ट्रक्चर और एयरोइंजन, एयरबोर्न प्लेटफॉर्म समेत अन्य सैन्य उपकरण बनाती है।

अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस का कारोबार

वहीं, अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस, यूएवी, काउंटर ड्रोन सिस्टम और स्मॉल आर्म्स एसेसरीज तैयार करती है.

इसके साथ ही कंपनी का लक्ष्य भारत को विश्व स्तरीय और उच्च तकनीक वाले रक्षा विनिर्माण के केंद्र के रूप में विकसित करना है।

L&T के पास 726 मिलियन डॉलर के ऑर्डर

इसके अलावा, देश का दिग्गज कंस्ट्रक्शन ग्रुप लार्सन एंड टुब्रो (L&T) भी डिफेंस सेक्टर में एक्टिव है और कंपनी का लक्ष्य अरबों डॉलर का रक्षा कारोबार खड़ा करना है। फिलहाल, कंपनी के पास करीब 726 मिलियन डॉलर के ऑर्डर हैं. कंपनी सरकार द्वारा सेना को उन्नत और आधुनिक बनाने के प्रयासों और उनकी आपूर्ति करने के लिए उत्साहित है।

हालांकि, ये सभी कंपनियां फिलहाल फाइटर जेट का निर्माण नहीं करती हैं लेकिन इस दिशा में काम करने की इच्छुक हैं। अब जब सरकार ने उन्हें यह मौका दिया है तो वे भारत में फाइटर जेट के निर्माण पर काम शुरू सकती हैं. इसके लिए ये प्राइवेट कंपनीज, फॉरेन डिफेंस कंपनियों के सहयोग से एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट का निर्माण कर सकती हैं। बता दें कि एडवांस मीडियम कॉमबैट एयरक्राफ्ट (AMCA) का पहला प्रोटोटाइप 2026 और 2027 के बीच तैयार होने की उम्मीद है।

Related Articles

Back to top button