गाजा युद्ध के लिए 24 घंटे सबसे अहम, हमास-इजरायल के बीच 2 शर्तों पर अटकी बात
गाजा में 15 महीने से छिड़े युद्ध के लिए अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं। वहां से बंधक बने इजरायली व विदेशी नागरिकों की रिहाई हो सकती है और युद्ध रुक सकता है।
रविवार रात वार्ता में आया गतिरोध कुछ घंटे में खत्म किया गया और सोमवार को समझौते का अंतिम प्रारूप तैयार हुआ। अब समझौते का प्रारूप दोनों पक्षों (इजरायल और हमास) को नेतृत्व की स्वीकृति बनाने के लिए सौंपा गया है।
कतर के प्रधानमंत्री भी रहे मौजूद
गाजा में युद्धविराम के लिए हुई अंतिम दौर की वार्ता में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत भी मौजूद रहे। वार्ता में कतर के प्रधानमंत्री शेख मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी भी शामिल हुए जबकि अमेरिका, कतर और मिस्त्र के अधिकारियों ने दोनों पक्षों में मध्यस्थता की।
बैठक में शामिल रहे एक अधिकारी ने कहा है कि गाजा युद्ध के लिए अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हो सकते हैं। जबकि कतर के विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है।
हमास बंधकों को छोड़ने को तैयार
सूत्रों के अनुसार हमास बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है और इजरायल सरकार बदले में फलस्तीनी कैदियों को जेल से रिहा करने को सहमत है। मगर गतिरोध का बड़ा बिंदु गाजा में स्थायी युद्धविराम और इजरायली सेना की गाजा को खाली करने की हमास की मांग है। समझौते के मसौदे में इन दोनों बिंदुओं पर क्या कहा गया है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।