
घाटशिला विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को मतदान है। सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। वहीं, बीजेपी और झामुमो दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
“झामुमो को घाटशिला से हार का डर सता रहा”
प्रचार प्रसार के दौरान दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं। जहां एक तरफ बीजेपी से कई मुख्यमंत्री प्रचार प्रसार कर रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर झामुमो से सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन प्रचार प्रसार कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा को घाटशिला से हार का डर सता रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि घाटशिला उपचुनाव में हमें प्रचार की भी आवश्यकता नहीं है, फिर ऐसा क्यों है? झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक-एक विधायक एक-एक मंत्री वही पर कैंप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन घाटशिला में ज्यादा समय दे रहे हैं। इस बार घाटशिला में परिवर्तन की हवा बहेगी, जो तूफान में तब्दील होकर आपकी सत्ता को उखाड़ ले जाएगी।
“बीजेपी के तमाम लोग नकारे हैं”
वहीं, झारखंड कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि घाटशिला की जनता ने बीजेपी को कह दिया है कि हमारे अंगने में उनका कोई काम नहीं। झारखंड के पांच पूर्व मुख्यमंत्री में दम नहीं है, इसीलिए बाहरी मुख्यमंत्री को भी बुलाया जा रहा है और ऐसा इसीलिए है, क्योंकि बीजेपी के तमाम लोग नकारे हैं।



