
चक्रवाती तूफान मोंथा ने झारखंड में तबाही मचाई हुई है। राज्य में तीसरे दिन भी बारिश से जनजीवन ठप रहा। बारिश से खेत डूब गए। इसके अलावा बिजली भी बाधित रही।
बारिश से धान की फसलें पूरी तरह बर्बाद
पाकुड़ की बात करें तो यहां बीते शुक्रवार की शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश रात भर जारी रही और बूंदाबांदी अभी भी जारी है। आसमान में घने काले बादल छाए हुए हैं। बारिश इतनी तेज थी कि जिले के कई इलाकों में जनजीवन पूरी तरह ठप पड़ गया। लगातार हो रही बारिश से धान की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। खेतों में पानी भर जाने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। केवल धान ही नहीं, बल्कि सरसों की खेती को भी इस तूफान का असर झेलना पड़ा है।
किसानों में चिंता का माहौल
तेज हवा और बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। कई जगहों पर धान की फसलें खेतों में गिर गई हैं। इससे किसानों में चिंता का माहौल है। किसानों का कहना है कि अगले एक सप्ताह में धान की कटाई शुरू होने वाली थी, लेकिन अचानक आए इस मौसम बदलाव ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।




