चारों ओर पहाड़ियां, सुरंग में कैद पूरी ट्रेन; कैसे हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस?

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही ‘जाफर एक्सप्रेस’ के हाईजैक होने के बाद से कोहराम मच गया है। अशांत बलूचिस्तान प्रांत में संदिग्ध बलूच आतंकवादियों द्वारा ट्रेन में बंधक बनाए गए 155 यात्रियों को छुड़ा लिया गया और 27 आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मंगलवार दोपहर को नौ बोगियों में करीब 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर जा रही थी, जब हथियारबंद लोगों ने गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास एक सुरंग में इसे रोक लिया। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने बाद में हमले की जिम्मेदारी ली। सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की कि आतंकवादियों के साथ चल रही गोलीबारी में वे महिलाओं और बच्चों सहित 104 यात्रियों को बचाने में सफल रहे।
31 महिलाएं और 15 बच्चे रिहा
एक सूत्र ने कहा, ‘अभी भी जारी गोलीबारी में 27 आतंकवादी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हो गए हैं।’ उन्होंने कहा कि जब तक सभी यात्रियों को ट्रेन से नहीं निकाल लिया जाता, तब तक सफाई अभियान जारी रहेगा। सूत्र ने बताया कि बचाए गए यात्रियों में 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं, जिन्हें दूसरी ट्रेन से माच (पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कच्छी जिले का एक शहर) भेज दिया गया है।
कैसी हाईजैक हुई पाकिस्तानी ट्रेन ?
पेशावर जा रही ट्रेन जैसे ही टनल में घुसी, उसी वक्त घात लगाकर बैठे बलूच विद्रोहियों ने उस पर हमला कर दिया।
यह टनल जिस इलाके में है, वह बेहद दुर्गम पहाड़ी इलाका है, जिसका सबसे नजदीकी स्टेशन पहरो कुनरी है।
आतंकवादियों ने अब अंधेरे में भागने की कोशिश करने के लिए छोटे-छोटे समूह बनाए हैं, लेकिन सुरक्षा बलों ने सुरंग को घेर लिया है और शेष यात्रियों को भी जल्द ही बचा लिया जाएगा।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि सुरक्षा बलों ने पहले 43 पुरुषों, 26 महिलाओं और 11 बच्चों सहित 80 यात्रियों को बचाने में कामयाबी हासिल की थी।
ट्रेन को टनल नंबर 8 में रोका गया। गाड़ी जैसे ही सुरंग में रुकी, बलोच आर्मी के लड़ाकों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही परेशानी
बोलन के जिला पुलिस अधिकारी राणा मुहम्मद दिलावर का इस मामले में कहना है कि यह पूरा इलाका पहाड़ी है, जो सुरंगों से पटा पड़ा है।उन्होंने बताया कि हाईजैक हुई ट्रेन इस समय बोलन दर्रे में खड़ी है। यह पूरा इलाका पहाड़ियों और सुरंगों से घिरा हुआ है, जिस वजह से मोबाइल नेटवर्क भी नहीं है। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं।