चिराग पासवान ने जहरीली शराब से हो रही मौतों पर राज्यपाल को पत्र लिखकर की ये मांग
बिहार में शराब की वजह से हुई मौतों के कारण नीतीश कुमार की सरकार बैकफुट पर है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है ताकि जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौतों को रोका जा सके।
चिराग पासवान ने कहा, ‘हमने राज्यपाल को पत्र लिखकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है, ताकि जहरीली शराब के सेवन से होने वाली और मौतों को रोका जा सके।’ उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय पर की है जब गुरुवार को सारण में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई है और कई गंभीर हालत में हैं।
यह घटना गुरुवार को अमनौर और मेकर थाना क्षेत्र के गांवों में घटित हुई। पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि कई अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह कहते हुए आलोचना की कि वह पेगासस, जातीय जनगणना और जनसंख्या नियंत्रण विधेयक जैसे मुद्दों को इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि वह विपक्ष में शामिल होकर प्रधानमंत्री पद के दावेदार बनना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, ‘सीएम नीतीश कुमार जानबूझकर पेगासस, जातीय जनगणना, जनसंख्या नियंत्रण बिल और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने जैसे मुद्दे उठाते हैं, जिसपर बीजेपी का रुख पहले से ही स्पष्ट है। वह शायद विपक्ष में शामिल होकर पीएम पद के दावेदार बनना चाहते हैं।’ बता दें कि इससे एक हफ्ते पहले नालंदा में जहरीली शराब की वजह से 11 लोगों की मौत हो गई थी। अप्रैल 2016 से राज्य सरकार ने बिहार में हर तरह की शराब पर रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद लोगों के शराब पीने की घटनाएं आए-दिन सामने आती रहती हैं।
बिहार मध्यावधि चुनाव की ओर बढ़ रहा
चिराग पासवान ने शुक्रवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटकों में चल रही खींचतान की वजह से बिहार मध्यावधि चुनाव की ओर बढ़ रहा है। पासवान ने दावा किया कि संभावित मध्यावधि चुनाव उसी समय तय हो गया जब मुख्य मंत्री नीतीश कुमार, ‘जो चुनाव के बिना बाहर नहीं निकलते हैं’ ने हाल में राज्यव्यापी दौरे की योजना बनाई।
पासवान ने यह टिप्पणी पत्रकारों द्वारा नीतीश कुमार की जदयू और भाजपा के बीच हाल में सामने आए मतभेद पर पूछे गए सवाल पर की, खासतौर पर शराबबंदी कानून को लागू करने के तरीके को लेकर। लोक जनशक्ति पार्टी के एक गुट की अध्यक्षता कर रहे चिराग पासवान ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दिन से ही मैं कह रहा हूं कि यह सरकार नहीं टिकेगी। अब इसके संकेत सामने आ रहे हैं।’