
दिल्ली रोड पर स्थित रैफल्स होटल को दोपहर 12:05 बजे धमकी भरा ई-मेल मिला। इसके बाद वहां भी तुरंत अलर्ट जारी कर दिया गया। दोनों होटलों में एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) और बम स्क्वॉड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
राजधानी जयपुर में शनिवार को सुरक्षा एजेंसियों में उस समय हड़कंप मच गया जब दो प्रमुख होटलों हॉलिडे इन और रैफल्स को बम से उड़ाने की धमकी भरे ई-मेल मिले। हॉलिडे इन होटल में धमकी मिलने के समय राजस्थान सरकार के कई वरिष्ठ नेता एक निजी कार्यक्रम में मौजूद थे, जिनमें गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम, उद्यमिता मंत्री केके विश्नोई और विधायक गौतम दक शामिल थे।
हॉलिडे इन होटल को सुबह 10:30 बजे मिला मेल
जयपुर के 22 गोदाम सर्किल स्थित हॉलिडे इन होटल को सुबह 10:30 बजे धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ। उस समय होटल में एक निजी कार्यक्रम चल रहा था। जैसे ही जानकारी मिली, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने मंच से माइक पर होटल खाली करने की घोषणा की। कार्यक्रम तुरंत रोक दिया गया और सभी अतिथियों को बाहर निकाला गया।
रैफल्स होटल को दोपहर 12:05 बजे मिला धमकी भरा मेल
दिल्ली रोड पर स्थित रैफल्स होटल को दोपहर 12:05 बजे धमकी भरा ई-मेल मिला। इसके बाद वहां भी तुरंत अलर्ट जारी कर दिया गया। दोनों होटलों में एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) और बम स्क्वॉड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। होटल स्टाफ और गेस्ट्स को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में मिल चुकी हैं कई धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब जयपुर को इस तरह की धमकी मिली हो। शुक्रवार, 30 मई को जयपुर मेट्रो कोर्ट और फैमिली कोर्ट को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। तीन अलग-अलग ई-मेल आईडी से भेजे गए मेल में दोपहर 2 बजे तक धमाके करने की चेतावनी दी गई थी। मेल भेजने वाले ने खुद को पूर्व नक्सली बताया था। इसके बाद कोर्ट परिसर खाली करवाकर सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इससे पहले 8, 12 और 13 मई को सवाई मानसिंह स्टेडियम को उड़ाने की धमकी दी गई थी। 13 मई को भेजे गए मेल में धमकी के साथ एक रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग भी की गई थी। वहीं, 9 मई को जयपुर मेट्रो को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। हालांकि इन सभी मामलों में अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
पुलिस जांच में जुटी, मेल भेजने वाले की तलाश जारी
पुलिस और साइबर टीमों ने मेल भेजने वाले की पहचान और लोकेशन ट्रेस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है और सुरक्षा के लिहाज से कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।