
राजस्थान के देवस्थान विभाग द्वारा राज्यभर के 544 मंदिरों में इस बार पंचपर्व दीपावली महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के मंत्री जोराराम कुमावत ने रविवार को जयपुर के चांदनी चौक स्थित श्री ब्रज निधिजी मंदिर में पूजा-अर्चना कर इस महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने मंदिरों की सजावट और व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को सभी तैयारियां समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर इस महोत्सव के आयोजन हेतु कुल 8 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके अंतर्गत 24 अक्टूबर तक सभी मंदिरों में दीपोत्सव, भक्ति संध्या, महाआरती, रंगोली, महाभोग एवं प्रसाद वितरण के विविध कार्यक्रम होंगे।
मंत्री कुमावत ने बताया कि पंचपर्व दीपावली के अंतर्गत धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज के अवसरों पर विशेष धार्मिक कार्यक्रम होंगे। सभी मंदिर परिसरों में स्वच्छता अभियान चलाकर पुष्प मालाओं, रंगीन विद्युत लाइटिंग और दीपों से विशेष सजावट की गई है। स्थानीय कलाकारों एवं श्रद्धालुओं की सहभागिता से पारंपरिक रंगोलियों का निर्माण किया गया है, जिससे संपूर्ण वातावरण दीपोत्सवमय बन गया है।
दीपावली की रात्रि को सभी मंदिरों में विशेष महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जिसका संदेश एक दीप सबके लिए रहेगा। इस दौरान भक्ति संगीत, कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। देव प्रतिमाओं को विशेष महाभोग अर्पित किया जाएगा तथा श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा।
मंत्री ने बताया कि इस वर्ष पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मिट्टी से निर्मित गणेश एवं लक्ष्मी प्रतिमाओं का पूजन किया जाएगा, जिससे प्रकृति के प्रति आस्था और जिम्मेदारी का भाव जागृत हो।
जयपुर प्रथम डिवीजन में 37, जयपुर द्वितीय में 17, अजमेर में 21, उदयपुर में 98, बीकानेर में 100, हनुमानगढ़ में 21, कोटा में 53, भरतपुर में 57, जोधपुर में 20, ऋषभदेव में 100 और वृंदावन डिवीजन के 20 मंदिरों में विशेष कार्यक्रम होंगे।