जालंधर में बढ़ा संक्रमण का खतरा, संदिग्ध कोरोना पीड़ित युवक की मौत
जालंधर, जालंधर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ घातक भी होने लगा है। शहर में बुधवार को संदिग्ध कोरोना पीड़ित युवक की मौत का मामला सामने आया है। हालांकि सेहत विभाग की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इधर, एक और ओमिक्रोन संक्रमित मिलने की भी सूचना है। इसी के साथ जालंधर में ओमिक्रोन संक्रमितों की संख्या दो हो गई है। ओमिक्रोन संक्रमित यूके लौटा था और अब ठीक होकर घर जा चुका है। इससे पहले तंजानिया से लौटी एक महिला में भी ओमिक्रोन संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
वहीं, लक्ष्मीपुरा निवासी 33 वर्षीय युवक की कोरोना के संदिग्ध लक्षणों से मौत हो गई है। स्वजनों के अनुसार करीब 3 दिन पहले उसकी तबीयत खराब होने के बाद उसका डा. मनीश खुराना से चेकअप करवाया गया था। जहां उन्होंने जांच पड़ताल में स्वाइन फ्लू और कोरोना होने की आशंका जाहिर की थी। उन्होंने उसे अस्पताल में दाखिल होने की सलाह दी थी। मरीज को श्रीमन अस्पताल में दाखिल करवाया गया था, जहां आरटीपीसीआर टेस्ट में उसे कोरोना होने का मामला सामने आया था। युवक बाडी बिल्डर था और रोजाना जिम जाता था। खुद को काफी फिट रखने वाले युवक की मौत से हर कोई स्तब्ध है।
उसके परिवार में बेटी व पत्नी है। इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। सिविल सर्जन डा. रंजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल इस मामले में उनके पास कोई सूचना नहीं आई है इसके बावजूद भी वह संबंधित इलाके में टीम को परिजनों से संपर्क करने के लिए कहेंगे।
बता दें कि जालंधर में कोरोना फिर से पैर पसार रहा है। मंगलवार को 24 घंटे में ही कोरोना के 84 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। इन मामलों में 11 परिवारों के ही 25 सदस्य है। एक साल के बच्चे समेत कुल आठ बच्चे संक्रमित हुए। एक और डाक्टर संक्रमित हुआ। पिछले तीन दिन में ये केस 50 से कम आ रहे थे लेकिन मंगलवार को एकदम से आंकड़ा बढ़ा तो जिला प्रशासन व सेहत विभाग भी सकते में आ गया। वहीं पिछले चार दिन में ही सक्रिय मरीजों की संख्या दोगुणा बढ़ गई है। शहर में 11 माइक्रो कंटेनमेंट व कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 240 तक पहुंच गई है। अभी भी लापरवाही नहीं छोड़ी तो कोरोना के केस फिर बढ़ते जाएंगे।