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जालंधर सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट फॉल्ट से तीन मरीजों की मौत

लंबे समय से अपनी ढीली कारगुजारी के लिए चर्चा में रहने वाला जालंधर का सिविल अस्पताल इस बार एक बड़े आरोपों से घिर गया है। जालंधर के सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती तीन मरीजों की मौत हो गई है, जिसका सारा ठीकरा सिविल अस्पताल प्रशासन पर फौड़ा जा रहा है। अस्पताल में हुई मरीजों की मौत का कारण अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में आई तकनीकी खराबी को माना जा रहा है। मरने वाले मरीजों के परिवार वालों का कहना था कि उनके परिवारिक सदस्यों को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हुई है। इस बात की खबर जैसे ही सिविल अस्पताल के डॉक्टरों तक पहुंची, अस्पलाल में हड़कंप मच गया।

घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल के डॉक्टर व एसएमओ मौके पर पहुंच गए। उनका कहना था कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टर विनय ने खुद कहा कि ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी आई थी लेकिन उन्होंने अस्पताल प्रशासन का बचाव करते हुए कहा कि उक्त फॉल्ट को ठीक कर लिया गया था, यह मौते उसके बाद हुई हैं। डॉक्टर विनय ने कहा कि मौतों और फॉल्ट के बीच संबंध की गहराई से जांच की जाएगी ताकि सच सामने आ सके। सिविल प्रशासन की लापरवाही के कारण जिन मरीजों की मौत हुी है., उनमें एक मरीज सांप के डसने का इलाज करवा रहा था व दूसरा मरीज टीबी की बिमारी से पीड़ित था। इनके अलावा तीसरा मरीज नशे की ओवरडोज के कारण अस्पताल में भर्ती हुआ था।

सिविल अस्पताल की लापरवाही से गई उनकी बेटी की जान
सर्पदंश का शिकार हुई मरीज अर्चना जो कि सिविल अस्पताल में इलाज करवा रही थी, इस हादसे का शिकार हो गई। अर्चना के परिजनों का कहना है कि “हमारी बेटी अर्चना को सांप के काटने के कारण पिछले 7 दिनों से यहां भर्ती थी। हमारी बेटी को जिस मसीन से ऑक्सीजन सप्लाई दी जा रही थी, वह बंद हो गई थी। हमने कईं बार पहले भी सिविल अस्पताल के स्टाफ को ऑक्सीजन बंद होने की शिकायत दी थी, लेकिन वह उसे नामात्र ठीक करके चले जाते। आज हमारी बेटी की ऑक्सीजन फिर से बंद हो गई, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। उनकी बेटी की मौत सिविल अस्पताल की लापरवाही से हुई है। अगर समय रहते ऑक्सीजन सप्लाई ठीक कर दी जाती तो शायद हमारी बेटी बच जाती।

ऑक्सीजन प्रेशर कम होने के बाद हुई मौत .. जांच जारी
डॉ. विनय आनंद ने कहा- “ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन सप्लाई में तकनीकी फॉल्ट आया था, जिससे ऑक्सीजन का प्रेशर कम हो गया था। यह फॉल्ट ट्रॉमा सेंटर की लाइन में ही हुआ। प्रेशर कम होने के बाद तीन मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, फॉलट को जल्द ही ठीक कर लिया गया था ओर यह कहना जल्दबाजी होगी कि मौतें ऑक्सीजन की कमी से ही हुई हैं। हां, इतना जरूर है कि मौतें ऑक्सीजन प्रेशर कम होने के बाद हुई हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

  • डॉ. विनय आनंद

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