झारखंडराज्य

झारखंड के दिग्गज मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, भाई और निजी सचिव को ईडी ने दिया समन

झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जल जीवन मिशन में अनियमितता मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के भाई विनय कुमार ठाकुर व निजी सचिव हरेंद्र कुमार को समन किया है। दोनों को अगले हफ्ते पूछताछ के लिए बुलाया गया है। विनय कुमार ठाकुर चाईबासा में रहते हैं।

जबकि निजी सचिव हरेंद्र कुमार रांची के डोरंडा स्थित छप्पनसेठ में रहते हैं। इस पूरे प्रकरण में ईडी ने गत 14 अक्टूबर को सभी संबंधितों से जुड़े 18 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। छापेमारी में जो कागजात व साक्ष्य मिले थे, उसके आधार पर ही उनसे पूछताछ होनी है।

क्या है मामला?
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कैशियर संतोष कुमार के विरुद्ध 18 दिसंबर 2023 में रांची के सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इसके आधार पर ही ईडी ने ईसीआइआर किया था। कैशियर संतोष कुमार पर मार्च 2020 में एलएंडटी कंपनी के फर्जी बिल के आधार पर 2.17 करोड़ रुपये को फर्जी खाते में हस्तांतरित करने का आरोप था।

लएंडटी कंपनी को वर्ष 2012 में शहरी जलापूर्ति योजना के तहत रांची में पाइपलाइन बिछाने का काम मिला था। इस मामले में छानबीन के बाद रांची पुलिस ने इसी वर्ष अप्रैल महीने में कैशियर संतोष कुमार को गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर 51 लाख रुपये नकदी बरामद हुए थे।

संतोष कुमार दो प्राइवेट कंपनी बनाकर कर रहे थे खेला
पुलिस की छानबीन में पता चला था कि संतोष कुमार ने दो निजी कंपनियां बनाकर अपने सगे-संबंधियों के 15 से अधिक खाते खोले और उन खातों में रुपयों का हस्तांतरण करवाया था। इसी केस में जांच के क्रम में ईडी ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के भाई विनय कुमार ठाकुर, आइएएस मनीष रंजन आदि से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी।

मिथिलेश ठाकुर के पास कितनी संपत्ति, चुनावी हलफनामे से हुआ खुलासा
नामांकन के दौरान झारखंड के दिग्गज मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर की ओर से जारी संपत्ति संबंधी शपथपत्र के मुताबिक, उनके पास 5.11 करोड़ की चल एवं चार करोड़ की अचल संपति है। मिथिलेश कुमार ठाकुर अपने पास कोई वाहन नहीं रखते हैं। जिसकी चर्चा हर जगह होती है। मिथिलेश के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर दो मामले दर्ज हैं।

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