
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अधिकांश नदियां उफान पर हैं और कई स्थानों पर पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त होने की खबरें सामने आ रही हैं। खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र अंतर्गत हेसेल और पेलौल गांवों के बीच नदी पर बना अस्थायी डाइवर्सन गुरुवार को तेज जलप्रवाह में बह गया।
दरअसल, खूंटी-सिमडेगा पथ पर पेलौल और बिचना के बीच स्थित उच्च स्तरीय पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद छोटी गाड़ियों के लिए यह डाइवर्सन एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग में लाया जा रहा था। लेकिन बारिश के कारण इसकी कमजोर संरचना टिक नहीं सकी और यह भी बह गया।
डाइवर्सन टूटने से हेसेल, माहिल, जोबे समेत आसपास के कई गांवों का पेलौल से सीधा संपर्क कट गया है। अब ग्रामीणों को पेलौल पहुंचने के लिए चार से पांच किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है, जो दुलुवा होते हुए गुजरता है। इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर कैथरिन और बिचना के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों पर पड़ा है, जिन्हें अब रोजाना लंबा और जोखिम भरा रास्ता तय करना होगा।
वहीं, खेतों तक जाने के लिए इस मार्ग का उपयोग करने वाले किसानों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खेतों तक आवाजाही बाधित होने से खेती-किसानी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण की धीमी गति और डाइवर्सन की खराब गुणवत्ता ही इस संकट की मुख्य वजह है। पुल टूटने की सूचना पर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग (एनएच) के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। साथ ही वैकल्पिक मार्गों की संभावनाएं तलाशने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।